मुंबई: शेयर बाजार में विदेशी कोष की निरंतर निकासी और शेयरों को नुकसान के कारण शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले आठ पैसे की गिरावट के साथ 16 महीने के सबसे निचले स्तर 75.68 पर पहुंच गया.
अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया कमजोर रुख के साथ 75.65 पर खुला. इसके बाद शुरुआती सौदों में और गिरकर 75.68 के निचले स्तर पर पहुंच गया. यह पिछले बंद भाव के मुकाबले आठ पैसे की गिरावट को दर्शाता है.
इससे पहले बृहस्पतिवार को भी रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 16 महीने के सबसे निचले स्तर 75.60 पर पहुंच गया था. ऐसा कोरोना वायरस के नये संस्करण ओमीक्रोन को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच विदेशी कोष की निरंतर निकासी और यूएस फेडरल रिजर्व के ब्याज दर में वृद्धि करने की वजह से हुआ.
यूएस फेडरल रिजर्व ने मुद्रास्फीति पर काबू पाने के लिए ब्याज दर में वृद्धि की है.
इस बीच, छह मुद्राओं की तुलना में डॉलर का रुख दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ 96.18 पर पहुंच गया.
वैश्विक मानक ब्रेंट क्रूड वायदा की कीमत मामूली गिरावट के साथ 74.38 डॉलर प्रति बैरल पर आ गयी.