अगरतला: त्रिपुरा में हालिया साम्प्रदायिक घटनाओं के सिलसिले में सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट को लेकर गिरफ्तार की गईं दो महिला पत्रकारों को एक मजिस्ट्रेट अदालत ने सोमवार को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया.
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक समर्थक की शिकायत पर रविवार को त्रिपुरा के फतिक्रॉय पुलिस थाने में एक प्राथमिकी में एचडब्ल्यू न्यूज नेटवर्क की समृद्धि सकुनिया और स्वर्णा झा को नामजद किया गया था.
न्यायिक मजिस्ट्रेट शुभ्रा नाथ ने अदालत में उन्हें पेश किये जाने पर जमानत दे दी.
दोनों पत्रकारों को रविवार को असम के करीमगंज में हिरासत में लिया गया था और उन्हें राज्य की राजधानी अगरतला से करीब 50 किमी दूर उदयपुर स्थित मजिस्ट्रेट अदालत में पेश करने के लिए ट्रांजिट रिमांड पर त्रिपुरा लाया गया था.
सकुनिया ने 11 नवंबर को एक ट्वीट में लिखा था, ‘त्रिपुरा हिंसा दरगा बाजार: 19 अक्टूबर को रात करीब ढाई बजे, कुछ अज्ञात लोगों ने दरगा बाजार इलाके में मस्जिद जला दी. आस पड़ोस के लोग इस बात से बहुत परेशान हैं कि उनके पास नमाज अदा करने के लिए नजदीक में कोई जगह नहीं है.’
त्रिपुरा पुलिस प्रमुख वी एस यादव के कार्यालय से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दावा किया गया था कि सकुनिया द्वारा किये गये पोस्ट सही नहीं थे और इसने समुदायों के बीच नफरत की भावना को बढ़ावा दिया.
Editors Guild condemns this action and demands their immediate release and restoration of their freedom to travel.@Tripura_Police @assampolice @DGPAssamPolice @HMOIndia https://t.co/qVx7ArzojA
— Editors Guild of India (@IndEditorsGuild) November 14, 2021
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने पत्रकारों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की निंदा की है और उनकी फौरन रिहाई की मांग की है.