शारजाह: श्रीलंका के खिलाफ आईसीसी टी20 विश्व कप मुकाबले में मुश्किल परिस्थितियों में नाबाद शतक लगाकर अपनी टीम को जीत दिलाने वाले जोस बटलर ने कहा कि यह इंग्लैंड के लिए उनकी सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक है.
बटलर ने इस मैच में 67 गेंद की नाबाद पारी में 101 रन बनाये, जो इस प्रारूप में उनका पहला अंतरराष्ट्रीय शतक है. वह इसके साथ ही खेल के तीनों प्रारूप में शतक लगाने वाले इंग्लैंड के पहले बल्लेबाजी भी बन गये.
उनकी इस पारी से सोमवार को इंग्लैंड ने श्रीलंका को 26 रन से शिकस्त दी.
मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में बटलर से जब पूछा गया कि क्या यह उनकी सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक है तो उन्होंने कहा, ‘हां, यह उनमें से एक है.’
एक मैच से दो उपलब्धि हासिल करने के बाद उन्होंने कहा, ‘विश्व कप में ऐसा प्रदर्शन कर खुश हूं, जहां सभी मैचों को जीतना जरूरी है. मुझे इस पारी के दौरान चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन मुझे अपने अनुभव का उपयोग करने और धैर्य बनाये रखने का भरोसा था. मुझे पता था कि कभी ऐसी पारी खेलूंगा. इस जीत से निश्चित रूप से खुश हूं.’
इस 31 वर्षीय विकेटकीपर ने कहा कि उनकी शतकीय पारी टीम के लिए महत्वपूर्ण रही लेकिन उनके लिए व्यक्तिगत उपलब्धि हासिल करना भी अच्छा रहा.
खेल के तीनों अंतरराष्ट्रीय प्रारूप में शतक लगाने वाले इस बल्लेबाज ने कहा, ‘हाँ, यह बहुत अच्छा है. यह शायद कुछ ऐसा है जिसे मैं पीछे मुड़कर देखूंगा तो शानदार लगेगा.’
पहले बल्लेबाजी के लिये भेजी गई इंग्लैंड टीम ने 35 रन पर तीन विकेट गंवा दिये थे . इसके बाद बटलर ने कप्तान इयोन मोर्गन (36 गेंद में 40 रन) के साथ चौथे विकेट के लिये 78 गेंद में 112 रन की साझेदारी कर टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाया.
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि कुछ खिलाड़ी है जिन्होंने इस उपलब्धि को हासिल की है या आगे ऐसा करेंगे. मुझे टीम और प्रतियोगिता पर इसके असर को देखकर अच्छा लगा.’
बटलर ने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ टीम के लिए यह जीत विशेष थी क्योंकि यह कठिन परिस्थितियों और मुश्किल हालात में मिली है.
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि एक टीम के रूप में हमारे लिए यह एक शानदार जीत थी. इससे पहले तीन मैचों में हमने टॉस जीता और जो करना चाहते थे वह हमने किया. आज शायद परिस्थितियों के सबसे चुनौतीपूर्ण थी. एक टीम के रूप में हमने जो जज्बा दिखाया वह बेहतरीन था. हमारा एक गेंदबाज चोटिल भी हो गया लेकिन दूसरे खिलाड़ियों ने उसकी कमी महसूस नहीं होने दी.’
यह भी पढ़े: पाकिस्तानियों को एक और ‘मौका’ मिला, भारत की विश्व कप में एक और हार के बाद कहा- क्रिकेट नहीं, लूडो खेलो