शाहजहांपुर (उप्र): शाहजहांपुर जिला अदालत की तीसरी मंजिल पर सोमवार को संदिग्ध परिस्थितियों में एक अधिवक्ता की गोली लगने से मौत हो गई.
घटना के बाद जिले के अधिवक्ता अनिश्चित काल के लिए हड़ताल पर बैठ गए हैं.
यूपी के जिला शाहजहाँपुर के कोर्ट परिसर में वकील की आज दिन दहाड़े हुई हत्या अति-दुखद व शर्मनाक जो यहाँ की भाजपा सरकार में कानून-व्यवस्था की स्थिति व इस सम्बंध में सरकारी दावों की पोल खोलती है। अब अन्ततः यही सवाल उठता है कि यूपी में आखिर सुरक्षित कौन? सरकार इस ओर समुचित ध्यान दे।
— Mayawati (@Mayawati) October 18, 2021
पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने बताया कि सोमवार को जिला अदालत में तीसरी मंजिल स्थित एक कार्यालय पर जलालाबाद निवासी अधिवक्ता भूपेंद्र सिंह (38) एक क्लर्क के पास अपने मुकदमे के संबंध में बात करने गये थे .
कार्यालय के क्लर्क ने बताया कि इसी बीच गोली चलने की आवाज हुई और अधिवक्ता गिर पड़े गोली उनके सिर में लगी थी.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटनास्थल के पास से एक 315 बोर का तमंचा पड़ा मिला है.
घटनास्थल पर जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह तथा पुलिस की जांच टीम भी पहुंच गई हैं. सेंट्रल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनंत कुमार सिंह ने बताया कि इस घटना से नाराज अधिवक्ता खिरनी बाग चौराहे पर धरने पर बैठ गए हैं और उन्होंने काम बंद कर दिया है.
उन्होंने कहा कि जब तक अधिवक्ता के हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती है तब तक सभी अधिवक्ता अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर रहेंगे . उन्होंने मृतक के परिजन को एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने की भी मांग की.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और पोस्टमार्टम के लिए चिकित्सकों का एक पैनल भी बना दिया गया है. मृतक अधिवक्ता के परिजनों को सूचना भेज दी गई है . अभी तक पुलिस में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई है.
शाहजहांपुर की इस घटना पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के अदालत परिसर में वकील की आज दिन दहाड़े हुई हत्या अति-दुखद व शर्मनाक है, जो राज्य की भाजपा सरकार में कानून-व्यवस्था की स्थिति व इस सम्बंध में सरकारी दावों की पोल खोलती है. अब अन्ततः यही सवाल उठता है कि प्रदेश में सुरक्षित कौन है? सरकार इस ओर समुचित ध्यान दे.’