बाराबंकी : उत्तर प्रदेश पुलिस ने ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने, कोविड-19 नियमों का उल्लंघन करने, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में मामला दर्ज किया है.
एआईएमआईएम प्रमुख के खिलाफ पार्टी की रैली के बाद बाराबंकी पुलिस थाने में बृहस्पतिवार रात प्राथमिकी दर्ज की गई.
पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने शुक्रवार को बताया की एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओवैसी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153 ए (धर्म,नस्ल आदि के आधार पर शत्रुता को बढ़ावा देना), 188 (लोक सेवक के आदेश की अवहेलना), 269 (लापरवाही भरे ऐसे कार्य जिनसे जीवन के लिए खतरनाक बीमारी फैलने की आशंका हो), 270 तथा महामारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया हैं .
उन्होंने कहा कि हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने पार्टी रैली में बड़ी संख्या में लोगों को बुलाया ,जिसमें मास्क लगाने और सामाजिक दूरी का पालन करने जैसे नियमों का उल्लंघन हुआ है.
प्रसाद ने कहा , ‘एआईएमआईएम प्रमुख ने साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले भड़काऊ भाषण दिए. उन्होंने कार्यक्रम में कहा कि कोतवाली रामसनेही घाट में प्रशासन ने 100 वर्ष पुरानी मस्जिद को तुड़वा दिया और उसका मलबा भी वहां से पूर्ण रूप से हटा दिया गया. यह तथ्यों से परे है. ’ जिस पुरानी मस्जिद का ओवैसी जिक्र कर रहे थे वह तहसील परिसर के बगल में और एसडीएम के आवास के सामने स्थित थी,जिसे बाराबंकी की एक अदालत के आदेश पर 17 मई को ध्वस्त कर दिया गया था.
बाराबंकी के जिला मजिस्ट्रेट आदर्श सिंह ने कहा था कि संरचना अवैध है, और तहसील प्रशासन को 18 मार्च को इसका कब्जा मिला था.
उन्होंने कहा था कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने दो अप्रैल को इस संबंध में दायर एक याचिका का निपटारा किया था, जो साबित करता है कि निर्माण अवैध था.
प्रसाद ने कहा, ‘ओवैसी ने प्रधानमंत्री, और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के खिलाफ भी अभद्र टिप्पणियां की.’
गौरतलब है कि एआईएमआईएम प्रमुख मंगलवार से उत्तर प्रदेश के तीन दिन के दौरे पर थे,जहां उनकी पार्टी की आने वाले विधानसभा चुनाव में 100सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना है.
उन्होंने अपने भाषण में कहा था कि देश को ‘हिन्दू राष्ट्र’ बनाने की कोशिशें चल रही हैं. ओवैसी ने कहा, ‘जब से नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं, तबसे देश में धर्मनिरपेक्षता को खत्म करके इसे हिंदू राष्ट्र में बदलने की कोशिश की जा रही रही हैं.