लखनऊ : उत्तर प्रदेश में अपना खोया जनाधार वापस पाने की जद्दोजहद में जुटी कांग्रेस ने अपने नवनियुक्त पदाधिकारियों के लिए प्रशिक्षण का महा अभियान शुरू किया है.
प्रदेश कांग्रेस मीडिया एवं संचार विभाग के संयोजक ललन कुमार ने मंगलवार को बताया कि पार्टी उत्तर प्रदेश में संगठन निर्माण के अंतिम पड़ाव पर है. प्रदेश के सभी 823 ब्लॉकों की समितियों का गठन हो गया है. 8134 न्याय पंचायत के अध्यक्ष मुस्तैदी के साथ अपनी कमेटियों को अंतिम रूप दे रहे हैं, साथ ही साथ अब ग्राम सभा अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
उन्होंने बताया कि नए पदाधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए कांग्रेस ने ‘प्रशिक्षण से पराक्रम’ नामक महाअभियान शुरू किया है. कांग्रेस ने इस अभियान को ‘विजय सेना निर्माण’ नाम दिया है. 100 दिनों तक चलने वाले इस अभियान के दौरान 700 प्रशिक्षण शिविर आयोजित किये जायेंगे। इस दौरान करीब 2 लाख पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा.
कुमार ने बताया कि मंगलवार से शुरू हुए इस अभियान में जिलावार प्रशिक्षण शुरू हुआ है. जिसमें जिले और शहर की कमेटी के सदस्यों के साथ ब्लॉक, न्याय पंचायत और वार्ड के अध्यक्ष प्रशिक्षण ले रहे हैं. इसके साथ ही साथ नगर अध्यक्ष और विभिन्न मोर्चा संगठनों के अध्यक्ष भी इन प्रशिक्षण शिविरों में भाग ले रहे हैं.
उन्होंने बताया कि अगले 12 दिनों में जिलावार प्रशिक्षण खत्म हो जाएगा. इसके बाद विधानसभा वार और ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा. अहम बात यह है कि अधिकृत पदाधिकारियों के अलावा इस प्रशिक्षण शिविर में अन्य किसी को बैठने की अनुमति नहीं है.
कुमार ने बताया कि इस प्रशिक्षण शिविर में पांच विभिन्न विषयों पर ट्रेनिंग दी जाएगी। बूथ प्रबंधन पर खास ध्यान दिया जा रहा है, साथ ही सोशल मीडिया के बेहतरीन उपयोग के लिए पदाधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा. इन दो विषयों के अलावा ‘कांग्रेस की विचारधारा’, ‘भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सच’ और ‘किसने बिगाड़ा उत्तर प्रदेश’ नाम से तीन अलग-अलग कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं.
‘किसने बिगाड़ा यूपी’ के तहत भाजपा के अलावा सपा-बसपा राज की कमियों को उजागर करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है.