नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का 89 वर्ष की उम्र में शनिवार को निधन हो गया. लखनऊ के संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में वो कई दिनों से भर्ती थे. इस बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अस्पताल जाकर कई बार उनसे मुलाकात की थी.
कल्याण सिंह को जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था. कल्याण सिंह को गत चार जुलाई को संक्रमण की वजह से एसजीपीजीआई के आईसीयू में भर्ती कराया गया था. इससे पहले उनका इलाज डॉक्टर राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट में किया जा रहा था.
1990 के दशक की राजनीति में कल्याण सिंह भारतीय जनता पार्टी के बड़े चेहरों में से एक थे. राम मंदिर के लिए चले आंदोलन में उनकी अहम भूमिका मानी जाती है और जब 6 दिसंबर 1992 में बाबरी मस्जिद को तोड़ा गया था, उस दौरान वह यूपी के मुख्यमंत्री थे. बाद के वर्षों में कल्याण सिंह ने हिमाचल और राजस्थान के राज्यपाल की भी भूमिका निभाई.
कल्याण सिंह का जन्म 1932 में अलीगढ़ में हुआ था.
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, ‘उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, राजस्थान के पूर्व राज्यपाल श्री कल्याण सिंह जी का निधन हृदय विदारक! दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोक संतप्त परिवार को दुख सहने की शक्ति दे भगवान. विनम्र श्रद्धांजलि!
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, राजस्थान के पूर्व राज्यपाल श्री कल्याण सिंह जी का निधन हृदय विदारक!
दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोक संतप्त परिवार को दुख सहने की शक्ति दे भगवान।
विनम्र श्रद्धांजलि!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 21, 2021
भाजपा नेता नितिन गडकरी ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा, ‘हमारे वरिष्ठ नेता आदरणीय कल्याण सिंह जी के निधन का समाचार सुनकर अत्यंत व्यथित हूं. जनसंघ और भाजपा को उत्तर प्रदेश में खड़ा करने में कल्याण सिंह जी का सबसे महत्वपूर्ण योगदान रहा है.’
उन्होंने कहा, ‘विचारधारा के प्रति दृढ़ कटिबद्धता के आगे सत्ता कितनी गौण है, यह सीख कल्याण सिंह जी ने हम सभी को दी. समर्पित राम भक्त, जमीन से जुड़े सच्चे जन-नेता कल्याण सिंह जी को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि.’
विचारधारा के प्रति दृढ़ कटिबद्धता के आगे सत्ता कितनी गौण है, यह सीख कल्याण सिंह जी ने हम सभी को दी। समर्पित राम भक्त , जमीन से जुड़े सच्चे जन-नेता कल्याण सिंह जी को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि।
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) August 21, 2021
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘श्री कल्याण सिंह जी उ. प्र. ही नहीं भारतीय राजनीति की वह क़द्दावर हस्ती थे, जिन्होंने अपने व्यक्तित्व एवं कृतित्व से देश और समाज पर एक अमिट छाप छोड़ी. उनका लंबा राजनीतिक जीवन जनता-जनार्दन की सेवा में समर्पित रहा. वे उत्तर प्रदेश के अत्यंत लोकप्रिय मुख्यमंत्री के रूप में जाने गए.’
उन्होंने कहा, ‘जनसंघ के समय से ही उन्होंने भाजपा को मज़बूत बनाने और समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत की. श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन में भी उनकी महती भूमिका के लिए उन्हें यह देश हमेशा याद रखेगा. उनका निधन भारतीय राजनीति के लिए बड़ी क्षति है और मेरे लिए तो यह बहुत ही पीड़ादायक क्षण है.’
जनसंघ के समय से ही उन्होंने भाजपा को मज़बूत बनाने और समाज के हर वर्ग तक पहुँचाने के लिए कड़ी मेहनत की। श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन में भी उनकी महती भूमिका के लिए उन्हें यह देश हमेशा याद रखेगा। उनका निधन भारतीय राजनीति के लिए बड़ी क्षति है और मेरे लिए तो यह बहुत ही पीड़ादायक क्षण है।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) August 21, 2021
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