नई दिल्ली: आगामी मणिपुर विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस की राज्य इकाई के पूर्व अध्यक्ष गोविनदास कोंथूजाम ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया.
राजधानी स्थित भाजपा मुख्यालय में मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह, राज्य के केंद्रीय प्रभारी संबित पात्रा, केंद्रीय मंत्री राजकुमार राजन सिंह और राज्यसभा सदस्य व पार्टी के मीडिया विभाग के प्रभारी अनिल बलूनी की मौजूदगी में कोंथूजाम को भाजपा की सदस्यता दिलाई गई.
इस अवसर पर बलूनी ने कहा, ‘हम भाजपा परिवार में उनका स्वागत करते हैं.’
पात्रा ने कहा कि कोंथूजाम न सिर्फ मणिपुर, बल्कि समूचे पूर्वोत्तर का एक जाना-माना चेहरा हैं और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम से प्रभावित होकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है.
उन्होंने कहा, ‘यह प्रधानमंत्री मोदी के विकास कार्यों पर मुहर है.’
मुख्यमंत्री बिरेन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के कामकाज से मणिपुर की जनता बहुत प्रभावित है तथा वह भाजपा से जुड़ना चाहती है.
उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में पूर्वोत्तर को प्रतिनिधित्व दिया गया है और प्रधानमंत्री मोदी ने क्षेत्र से पांच सांसदों को मंत्री बनाया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साढे़ चार साल में मणिपुर में विकास के अनेक काम हुए हैं और राज्य में शांति का माहौल है.
उन्होंने कहा, ‘पहले हर दिन बंद, नाकेबंदी, फर्जी मुठभेड़ हुआ करती थीं लेकिन पिछले साढे़ चार साल में केंद्रीय नेतृत्व के मार्गदर्शन में मणिपुर विकास और शांति की दिशा में आगे बढ़ रहा है.’
सिंह ने कोंथूजाम को अपना मित्र बताया और कहा कि दोनों जब कांग्रेस में थे तब उन्होंने मणिपुर को बदलने के लिए संकल्प के साथ काम किया था और आगे साथ मिलकर इसी संकल्प के साथ काम करेंगे.
कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व पर निशाना साधते हुए सिंह ने कहा, ‘जब मैं कांग्रेस में था तब मणिपुर को बदलने के संकल्प के साथ हमने काम किया लेकिन जो ‘ड्राइवर’ है वह नहीं मानेगा तो हम लोग बस में बैठने वाले क्या कर सकते हैं.’
उन्होंने बताया कि कोंथूजाम उनके साथ ही भाजपा में शामिल होने वाले थे लेकिन उस समय कुछ संवादहीनता हो गई थी और उनके भाजपा में आने में थोड़ी देरी हो गई.
सिंह ने दावा किया कि आने वाले दिनों में अभी और लोग भाजपा में शामिल होंगे.
आगामी चुनाव में जीत का दावा करते हुए उन्होंने कहा, ‘मणिपुर को सबसे अच्छा राज्य बनाएंगे. दुनिया को दिखाएंगे कि मणिपुर में शांति हो सकती है और विकास हो सकता है.’
कोंथूजाम ने इस अवसर पर कहा, ‘पार्टी के लिए मैं पूरे मन से काम करूंगा और पार्टी का जो भी आदेश होगा, उसके अनुसार काम करूंगा. अगले साल विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत दिलाकर सत्ता में वापसी के लिए दिल लगाकर काम करूंगा.’
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों कोंथूजाम ने निजी कारणों का हवाला देते हुए मणिपुर कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था.
वह बिष्णुपर से लगातार छह बार विधायक रहे हैं.
पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने राज्य की 60 में 28 सीटों पर जीत दर्ज की थी और वह सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी लेकिन 21 सीट जीतने के बावजूद भाजपा ने अन्य क्षेत्रीय दलों के समर्थन से सरकार बना ली. इनमें नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के चार, नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के चार और तृणमूल कांग्रेस व लोक जनशक्ति पार्टी के एक-एक विधायक और एक निर्दलीय शामिल थे.
अगले साल की शुरुआत में राज्य में विधानसभा चुनाव होना है.