नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है. बुधवार को उत्तर प्रदेश के दिग्गज कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद भाजपा में शामिल हो गए हैं. वह बीजेपी नेता पीयूष गोयल की मौजूदगी में बीजेपी मुख्यालय में भाजपा में शामिल हुए. इससे पहले बीजेपी नेता पीयूष गोयल के साथ जितिन प्रसाद बीजेपी मुख्यालय पहुंचे थे.
मैंने महसूस किया कि अगर आप अपने लोगों के हितों की रक्षा नहीं कर सकते और उनके लिए काम नहीं कर सकते तो पार्टी में बने रहने की क्या प्रासंगिकता रह जाती है.
मैंने महसूस किया कि मैं कांग्रेस में ऐसा करने में समर्थ नहीं हूं. मैं कांग्रेस के उन लोगों का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने मुझे इतने सालों तक आशीर्वाद दिया लेकिन अब मैं एक समर्पित भाजपा कार्यकर्ता के तौर पर काम करूंगा.
उन्होंने कहा कि अगर इस समय कोई राष्ट्रीय दल है, तो वह भाजपा है. अन्य सभी दल कुछ लोगों या क्षेत्रों तक ही सीमित रह गए हैं.
वहीं भाजपा में शामिल होने के बाद जितिन प्रसाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की.
चल रहे थे साइडलाइन
बता दें जितिन प्रसाद उन 23 नेताओं में शामिल थे जिन्होंने कुछ महीने पहले पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को नेतृत्व परिवर्तन को लेकर पत्र लिखा था. तब से पार्टी में वह साइडलाइन चल रहे थे. यूपी चुनाव 2022 के लिए कांग्रेस की घोषित कमेटियों में जितिन का नाम नहीं था.
पत्र लिखना पड़ा था भारी
जिन लोगों के नाम इन कमेटियों में मिसिंग हैं उनमें जितिन प्रसाद का नाम काफी अहम माना जाता है. कुछ महीने पहले कांग्रेस में बदलाव के साथ अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराने की मांग के पक्ष में पत्र लिखने वाले 23 नेताओं में वह शामिल थे. जिससे वह पार्टी में लगातार दरकिनार चल रहे थे.
यूपी में ब्राह्मणों की आवाज को लेकर रहे मुखर
जितिन इसके पहले यूपी में ब्राह्मणों की लगातार हो रही हत्याओं के मुद्दे पर ‘ब्राह्मण चेतना परिषद’ के बैनर तले ‘ब्राह्मण चेतना संवाद’ नाम का ‘ज़ूम मीटिंग’ का कार्यक्रम भी कर रहे थे जो कि काफी चर्चा में रहे.
‘लेटर कंट्रोवर्सी’ सामने आने के बाद हाईकमान के रुख को देखते हुए जितिन प्रसाद ने पिछले दिनों स्पष्टीकरण भी दिया था कि पार्टी में सुधार की उनकी बातों को कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व और गांधी परिवार के खिलाफ नहीं देखा जाना चाहिए. इसके बावजूद उन्हें किसी कमेटी में जगह नहीं दी गई है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी में जगह देने की बात कही थी
वहीं यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा था कि जो नाम छूट गए हैं, उन्हें दूसरी कमेटियों में जगह मिलेगी. 6 सितंबर को दिप्रिंट से बातचीत में लल्लू ने कहा था कि किसी भी वरिष्ठ नेता से कोई मतभेद नहीं हैं. अभी कैंपेन कमेटी, इलेक्शन कमेटी समेत कुछ अन्य कमेटियां आनी बाकी हैं. इनमें उन्हें जगह दी जाएगी. हमारी कोशिश सबको जिम्मेदारी देने की है. प्रियंका गांधी के नेतृत्व में एकजुट होकर हम लोग चुनाव लडे़ंगे.