नई दिल्ली: दिल्ली में बेस हॉस्पिटल के कमांडेंट मेजर जनरल वासू वर्धन का भारतीय सेना के रिसर्च और रेफरल अस्पताल में स्थानांतरण सैन्य बल चिकित्सा सेवा के भीतर वृहद मानव संसाधन प्रबंधन योजना का हिस्सा है. एक अधिकारिक बयान में बृहस्पतिवार को इस बारे में जानकारी दी गई.
सेना ने एक बयान में कहा कि वर्धन पर बहुत सारी जिम्मेदारी थी. पिछले एक साल से बेस हॉस्पिटल के प्रशासन को देखने के साथ फेफड़ा रोग विशेषज्ञ होने के नाते वह स्वयं कोविड-19 के मरीजों का भी उपचार कर रहे थे.
बयान में कहा गया कि इसके अलावा, सैन्य अधिकारी को हाल ही में एक व्यक्तिगत क्षति का भी सामना करना पड़ा. अधिकारी को अलग जिम्मेदारी दिए जाने से उनका दबाव घटेगा और उनकी सेवानिवृत्ति भी मानव संसाधन प्रबंधन योजना का महत्वपूर्ण पहलू है.
अगस्त में सेवानिवृत्त होने जा रहे वर्धन का अतिरिक्त अधिकारी के तौर पर दिल्ली में रिसर्च और रेफरल अस्पताल में स्थानांतरण कर दिया गया.
बयान में कहा गया कि दिल्ली के बेस हॉस्पिटल में कमांडेंट के तौर पर उनका कार्यकाल 18 महीने से ज्यादा का रहा.
सेना का बेस हॉस्पिटल वर्तमान में भारतीय सशस्त्र बलों के सैनिकों और पूर्व सैन्यकर्मियों के लिए 650 बेड वाले कोविड अस्पताल के तौर पर काम कर रहा है.
लखनऊ के आर्मी मेडिकल कॉर्प्स सेंटर एंड कॉलेज के उप कमांडेंट के तौर पर नियुक्त मेजर जनरल एस के सिंह ने सोमवार को दिल्ली में बेस अस्पताल में कमांडेंट का कार्यभार संभाल लिया.
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