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Thursday, 19 December, 2024
होमदेशटाइम्स नाउ ने रविवार को चुनावी नतीजों के कवरेज पर रोक लगाई, कहा-संस्थाएं ‘नाकाम’ हो गई हैं

टाइम्स नाउ ने रविवार को चुनावी नतीजों के कवरेज पर रोक लगाई, कहा-संस्थाएं ‘नाकाम’ हो गई हैं

न्यूज चैनल का कहना है कि यह ‘प्रतीकात्मक तौर पर चुनाव संबंधी समारोहों के कवरेज से परहेज’ करेगा, साथ ही कहा कि यह काउंटिंग के दौरान अपडेट के न्यूज फ्लैश दिखाता रहेगा.

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नई दिल्ली: अंग्रेजी न्यूज चैनल टाइम्स नाउ ने अपना सारा जोर कोविड-19 की कवरेज पर होने का तर्क देते हुए रविवार को चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव नतीजों की लाइव कवरेज नहीं करने का फैसला किया है.

यह कदम अभूतपूर्व है और पहली बार कोई राष्ट्रीय न्यूज चैनल ऐसा कर रहा है.

उद्योग से जुड़े सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि अन्य प्रमुख समाचार चैनल जैसे रिपब्लिक टीवी, इंडिया टुडे, टीवी9, भारतवर्ष चुनाव नतीजों पर अपनी लाइव कवरेज जारी रखेंगे.

एनडीटीवी की संपादकीय निदेशक सोनिया सिंह ने दिप्रिंट को बताया कि यद्यपि चैनल चुनाव नतीजों की कवरेज तो करेगा लेकिन इसका मुख्य फोकस और प्राथमिकता ‘हमेशा की तरह कोरोना की स्थिति और नवीनतम आंकड़ों को दिखाना’ ही रहेगा.

उन्होंने कहा, ‘हमारे लिए यह भारत का सबसे बड़ा स्वास्थ्य और मानवीय संकट है और हर दिन की तरह कल शुरू होने वाला हमारा कवरेज भी यह दर्शाएगा.’

‘काउंटिंग पर न्यूज अपडेट के फ्लैश जारी करेंगे’

टाइम्स नाउ ने शनिवार को जारी किए गए एक बयान में कहा कि यद्यपि चैनल यह मानता है कि पांच राज्य के चुनाव नतीजे इन राज्यों के लोगों के लिए खासे मायने रखते हैं लेकिन उसने फैसला किया है कि रविवार को ऐसे मौकों पर ‘आम तौर पर की जाने वाली विशेष चुनावी कवरेज’ नहीं करेगा.

बयान में कहा गया है, ‘हमने चुनाव नतीजों संबंधी कवरेज न दिखाने का फैसला प्रतीकात्मक तौर पर असमय ऐसी गतिविधियों को लेकर अपनी असहमति को जताने के लिए किया है.’

इसने कहा कि चैनल कोविड-19 को अपनी मुख्य प्राथमिकता में शामिल रखेगा और कोविड से संबंधित न्यूज रिपोर्ट पर ही ध्यान केंद्रित करेगा और यूनिवर्सल टीकाकरण अभियान की प्रगति, हेल्पलाइन पर जानकारी और स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ बातचीत दिखाना जारी रखेगा.

वक्तव्य में आगे कहा गया है, ‘दर्शकों को चुनाव नतीजों के बारे में जानकारी मुहैया कराने और उस लोकतांत्रिक प्रक्रिया के प्रति सम्मान दिखाते हुए, जिसमें पिछले महीने हमारी आबादी के करीब 20 फीसदी हिस्से ने मतदान की प्रक्रिया में हिस्सा लिया था, हम मतगणना और नतीजों के फ्लैश न्यूज अपडेट जारी करते रहेंगे.’

इसने यह भी कहा कि जैसे-जैसे कोविड की लहर बढ़ती जा रही है और ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान ले रही, यह स्पष्ट है कि पूरे राजनीतिक परिदृश्य में सभी स्तरों पर नेतृत्व संबंधी गंभीर चूक हुई है.

इसमें यह भी कहा गया, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारी संस्थाएं नाकाम हुईं और उन्होंने हमें अराजकता, पीड़ा और चौतरफा घबराहट की मौजूदा स्थिति में पहुंचा दिया.’ साथ ही जोड़ा कि टाइम्स नाउ हमेशा ऐसी खामियों के खिलाफ मुखर रहा है, इसने जहां मई 2020 में तब्लीगी जमात के आयोजन पर बेबाकी से राय रखी, वहीं मार्च 2021 में कुंभ मेले के आयोजन पर भी सवाल उठाए.

चुनाव नतीजों की लाइव कवरेज—और एग्जिट पोल कवरेज—मीडिया के लिए एक प्रमुख घटना है और आम तौर पर न्यूज चैनल इस पर पूरे दिन कवरेज प्रदान करते हैं जिसमें काउंटिंग और नतीजे के बारे में जानकारी देने के साथ विश्लेषण और व्यापक बहस भी कराई जाती है.

माना जाता है कि चुनाव स्पेशल कार्यक्रम न्यूज चैनल के लिए अच्छा-खासा राजस्व भी जुटाते हैं, क्योंकि कई विज्ञापनदाता बहुत ज्यादा देखे जाने वाले कार्यक्रमों के दौरान अपने विज्ञापन देते हैं.

प्रमुख समाचार चैनलों ने गुरुवार को लाइव एक्जिट ओपिनियन पोल दिखाए थे.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने लिए यहां क्लिक करें)


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