नई दिल्लीः कोविड-19 के बढ़ते मामलों की पृष्ठभूमि में निर्वाचन आयोग ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर शुक्रवार को राजनीतिक दलों के चुनाव प्रचार पर कुछ पाबंदियां लगायी, जिनमें प्रचार के समय में कमी करना भी शामिल है.
निर्वाचन आयोग ने रोजाना प्रचार खत्म होने का समय घटाकर शाम सात बजे तक कर दिया है. पहले रात 10 बजे तक चुनाव प्रचार किया जा सकता था. निर्वाचन आयोग ने कहा कि चुनाव प्रचार वाले दिनों में शाम सात बजे से लेकर सुबह 10 बजे तक कोई चुनाव प्रचार नहीं होगा.
मतदान से पहले चुनाव प्रचार समाप्त होने की समय सीमा भी 48 घंटों से बढ़ाकर 72 घंटे कर दी गई है. राज्य में विधानसभा चुनाव आठ चरणों में होने थे, इनमें से चार चरणों के लिए मतदान संपन्न हो गया है और पांचवें चरण के लिए मतदान कल 17 अप्रैल को है. आयोग द्वारा लगायी गई नयी बंदिशें अंतिम तीन चरणों (22, 26 और 29 अप्रैल) के लिए हैं.
बता दें कि कोरोनावायरस के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आयोग से आग्रह किया था कि विधानसभा चुनाव के बाकी चरणों को एक बार में कराने पर विचार किया जाए. बनर्जी ने जोर देते हुए कहा था कि उनकी पार्टी ने पहले ही आठ चरणों में मतदान कराने का विरोध किया था.
लेकिन चुनाव आयोग ने इसे खारिज कर दिया है और इसके साथ ही सारी अटकलों पर रोक लगा दी है. आयोग ने गुरुवार को कहा कि आखिरी तीन चरणों को एक बार में कराए जाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है.
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