नई दिल्ली: निर्वाचन आयोग ने पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष के एक बयान को लेकर उन्हें नोटिस भेजा है जिसमें घोष ने कथित रूप से कहा था कि ‘सीतलकूची जैसी घटना की पुनरावृत्ति अनेक स्थानों पर होगी’.
उल्लेखनीय है कि कूच बिहार के सीतलकूची में केंद्रीय बलों की गोलीबारी में चार लोग मारे गए थे. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे ‘नरसंहार‘ बताया था और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की थी.
आयोग ने घोष को नोटिस का जवाब देने और इन टिप्पणियों पर अपना रूख स्पष्ट करने के लिए बुधवार सुबह तक का वक्त दिया है. निर्वाचन आयोग से घोष की शिकायत तृणमूल कांग्रेस द्वारा की गई थी.
नोटिस में घोष की उस कथित टिप्पणी का जिक्र है, जिसमें कहा गया था, ‘यदि कोई अपनी सीमाओं को पार करेगा तो आपने देखा ही है कि सीतलकूची में क्या हुआ. सीतलकूची जैसी घटना कई स्थानों पर होगी.’
वहीं आयोग ने भाजपा नेता राहुल सिन्हा पर भी अगले 48 घंटों के लिए चुनाव प्रचार करने पर पाबंदी लगा दी है.
बता दें कि सीतलकूची में सुरक्षाबलों की फायरिंग में 4 लोगों की मौत हो गई थी जिसके बाद आयोग ने वहां तीन दिन के लिए किसी भी राजनीतिक दल के नेताओं के जाने पर पाबंदी लगा दी थी. ममता बनर्जी ने कहा था कि वो वहां चौथे दिन पहुंचेंगी.
इससे इतर चुनाव प्रचार करने पर 24 घंटे का प्रतिबंध लगाने के निर्वाचन आयोग के फैसले के खिलाफ कोलकाता में ममता बनर्जी ने धरना शुरू कर दिया है. वो वहां अपने पसंदीदा कामों में से एक पेंटिंग कर रही हैं.
#WATCH | West Bengal CM Mamata Banerjee paints & shows paintings as she sits on dharna at Gandhi Murti in Kolkata, to protest against a 24-hour ban imposed by ECI on her from campaigning from 8 pm of April 12 till 8 pm of April 13 pic.twitter.com/CvKHxTB53d
— ANI (@ANI) April 13, 2021
बता दें कि आयोग ने 12 अप्रैल रात 8 बजे से लेकर 13 अप्रैल रात 8 बजे तक उनके चुनाव प्रचार पर रोक लगाई हुई है.
पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में विधानसभा चुनाव कराए जा रहे हैं. जिसमें से चार चरण पूरे हो चुके हैं. 2 मई को नतीजे आएंगे.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)
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