नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में अपनी किस्मत आजमा रहे 171 में से 25 प्रतिशत उम्मीदवारों ने बताया है कि उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. चुनाव अधिकार समूह एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने यह जानकारी दी.
एडीआर ने कहा कि उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता की बात की जाए तो 63 (37 प्रतिशत) प्रत्याशियों ने बताया है कि उन्होंने कक्षा पांच से 12वीं तक की पढ़ाई की है, जबकि 101 (59 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता स्नातक या उससे अधिक बताई है. दो उम्मीदवार डिप्लोमाधारक हैं, चार प्रत्याशी साक्षर हैं और एक उम्मीदवार निरक्षर है.
‘वेस्ट बंगाल इलेक्शन वाच’ और एडीआर ने इन 171 उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण कर यह जानकारी दी है.
असम चुनाव के दूसरे चरण के 11 फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले: एडीआर
असम विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में किस्मत आजमा रहे 345 उम्मीदवारों में से 11 प्रतिशत ने चुनावी हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है.
‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ की एक रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई.
‘असम इलेक्शन वाच’ संस्था और एडीआर ने एक अप्रैल को होने वाले चुनाव में खड़े सभी 345 उम्मीदवारों के हलफनामे का विश्लेषण किया है.
रिपोर्ट में कहा गया, ‘जिन 345 प्रत्याशियों का विश्लेषण किया गया उनमें से 37 (11 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने विरुद्ध आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है और 30 (नौ प्रतिशत) ने अपने विरुद्ध गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है.’
एडीआर ने चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों की वित्तीय स्थिति के बारे में भी बताया है जिसके अनुसार 345 में से 73 (21 प्रतिशत) उम्मीदवार करोड़पति हैं.