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Sunday, 22 September, 2024
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बंगाल ने अपना मन बना लिया है, ममता सत्ता से बाहर होने की राह पर : भाजपा अध्यक्ष नड्डा

भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने बंगाल चुनावों से पहले दिप्रिंट को दिए एक इंटरव्यू में महिलाओं की सुरक्षा को एक बड़ा मुद्दा बताते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पर ‘अराजकता’ का आरोप लगाया.

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कोलकाता: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा का कहना है कि पश्चिम बंगाल में लोग ‘भ्रष्टाचार, राजनीतिक हिंसा और अवसरों की कमी’ से ऊब चुके हैं और वे असली पोरिबोर्तन (परिवर्तन) लाने के लिए भाजपा को वोट देंगे.

पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव, जो इसी हफ्ते के आखिरी में शुरू हो जाएंगे, से पहले दिप्रिंट को दिए एक इंटरव्यू में नड्डा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पर ‘अराजकता’ का आरोप लगाया.

इस चुनाव अभियान के दौरान भाजपा प्रमुख और पार्टी के अन्य नेताओं की तरफ से ‘पोरिबर्तन’ शब्द का इस्तेमाल ममता पर निशाना साधने के लिए किया गया, जो वाममोर्चा के तीन दशक लंबे शासन के बाद 2011 में पहली बार ‘पोरिबर्तन’ के नारे के साथ सत्ता में आई थीं.

नड्डा ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से टोलाबाजी (उगाही) और ‘पार्टी कैडर के कट मनी में शामिल होने’ जैसी बातों से राजनीतिक संस्कृति को भ्रष्ट कर रही है. उन्होंने मुख्यमंत्री पर अपने भतीजे और तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी की तरफ से चलाए जा रहे ‘सिंडिकेट राज’ को बढ़ावा देने का आरोप भी लगाया.

राज्य में महिलाएं असुरक्षित होने का दावा करते हुए उन्होंने कुछ तृणमूल सदस्यों पर बलात्कार और हमले के आरोप लगने का हवाला भी दिया.

उन्होंने कहा, ‘लोगों ने इस चुनाव को लेकर अपना मन बना लिया है. मई में आने वाले नतीजों में ममता सरकार जाने वाली है और भाजपा सत्ता में आ रही है. यह तय है, हम हर जगह जमीनी स्तर पर समर्थन हासिल कर रहे हैं.’

उन्होंने कहा, ‘लोगों ने ममता बनर्जी के सिंडिकेट राज, तोलाबाजी और राजनीतिक हिंसा से मुक्ति पाने का मन बना लिया है. अगर बंगाल में ऐसा ही माहौल बना रहा तो बंगाल प्रगति कैसे करेगा?’


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‘उनका खेल खत्म हो चुका है’

भाजपा ने कभी पश्चिम बंगाल पर शासन नहीं किया है, लेकिन हाल के वर्षों में उसने राज्य में अपना व्यापक आधार तैयार कर लिया है. अब इस बार के चुनाव में इसे तृणमूल कांग्रेस के प्रमुख प्रतिद्वंद्वी के तौर पर देखा जा रहा है, और मूलत: बंगाल की पार्टी के तमाम सदस्य चुनाव लड़ने के लिए भाजपा में शामिल हो रहे हैं.

नड्डा ने कहा कि ममता ‘सुशासन के झूठे दावे’ कर रही हैं. उन्होंने कहा, ‘अगर उनका दावा सही है तो फिर इतनी बेरोजगारी क्यों है और उद्योगों को कोई मौका क्यों नहीं मिल रहा.’

ममता के चुनावी नारे, ‘खेला होबे (खेल शुरू होने दें)’ के संदर्भ में नड्डा ने कहा, ‘उनका खेला हो चुका (उनका खेल खत्म हुआ), अब ‘विकास होबे’ और ‘डेवलपमेंट होबे’ की बारी है.

तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों पर लगे महिलाओं पर हमले के आरोपों की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने खुद को ‘बंगाल की बेटी’ के तौर पर प्रोजेक्ट करने की ममता की कोशिशों पर भी निशाना साधा. इस माह के शुरू में भाजपा ने अपने एक पार्टी कार्यकर्ता की 85 वर्षीय मां पर हमले के लिए तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों को जिम्मेदार ठहराया था. हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने इस आरोप को निराधार बताया था.

उन्होंने कहा, ‘हमारी 80 वर्षीय माएं, जिन पर टीएमसी कार्यकर्ताओं की तरफ से हमला किया गया, वे भी बंगाल की बेटियां हैं. बंगाल की बेटियां मानव तस्करी का शिकार बन रही हैं. बंगाल की बेटियों के साथ बलात्कार हुआ है, वो सब बंगाल की बेटियां हैं और ममताजी को इन आरोपों का जवाब देना होगा. मैं ‘बंगाल की बेटी हूं’ कहकर वह इन सबसे बच नहीं सकती हैं.’

यह पूछे जाने पर कि तृणमूल छोड़कर आए सुवेन्दु अधिकारी को ‘बंगाल का बेटा’ बताकर भाजपा अपनी प्रतिद्वंद्वी ममता के खिलाफ अपनी पिच क्यों नहीं तैयार कर सकती है, नड्डा ने कहा, ‘यह बेटी और बेटे की बात नहीं है…चुनाव लड़ रहे हैं.’

उन्होंने कहा, ‘मुद्दा अराजकता का है, कुशासन का है, बंगाल के लोगों ने ममता के खिलाफ वोट देने का मन बना लिया है, चाहे वे किसी भी जाति के हों.’

भाजपा मेदिनीपुर क्षेत्र में पूरा जोर लगा रही है–जिसमें पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर शामिल है—जो सुवेन्दु अधिकारी और उनके परिवार का गढ़ माना जाता है.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस हफ्ते के शुरू में इस क्षेत्र का तीसरा दौरा किया और नड्डा की तरह ही एक रोड शो किया.

पिछले दो दशकों में मेदिनीपुर की राजनीति में अधिकारी परिवार का दबदबा रहा है. पहले चरण के चुनाव में भाजपा को अधिकारी परिवार की संगठनात्मक क्षमता के बलबूते जिन सीटों पर फायदा होने की सबसे ज्यादा उम्मीद है वो मेदिनीपुर और बांकुड़ा में ही है, जहां शाह और नड्डा ने चुनावी अभियान की कमान संभाल रखी है.

अधिकारी ममता के खिलाफ नंदीग्राम से चुनाव लड़ रहे हैं.


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