चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने जब टीवी पर यह देखा कि कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा प्रदर्शन के दौरान एक ट्रैक्टर पर बैठे हुए हैं और पार्टी की महिला विधायक वाहन को रस्सी से खींच रही हैं, तो उन्हें बहुत दुख हुआ.
खट्टर ने कहा कि टीवी पर यह दृश्य देखने के बाद वह पूरी रात सो नहीं पाए.
सोमवार को पेट्रोल-डीजल तथा रसोई गैस की बढ़ी कीमतों के खिलाफ कांग्रेस के प्रदर्शन का हवाला देते हुए, मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कहा, ‘महिला विधायकों के साथ ऐसा बर्ताव बंधुआ मजदूरों से भी बदतर है.’
प्रदर्शन के दौरान हुड्डा ट्रैक्टर की चालक सीट पर बैठे हुए थे और कांग्रेस विधायक उसे रस्सी से खींच रहे थे.
वहीं हुड्डा ने जवाब देते हुए कहा कि रसोई गैस और अन्य जरूरी सामान की बढ़ी हुई कीमतों का दर्द महसूस करने वाली महिलाएं ही हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार ने दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं की तकलीफों से आंखे मूंद ली हैं.
इस बीच विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव आने से एक दिन पहले जजपा विधायक देवेंद्र सिंह बबली ने कहा कि वह प्रदर्शनकारी किसानों के साथ खड़े हैं लेकिन सत्तारूढ़ गठबंधन से अलग होने का फैसला वह अकेले नहीं ले सकते हैं.
पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जब पार्टी व्हिप जारी कर देती है तो पार्टी के फैसले का ही पालन करना पड़ता है.
विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बबली ने कहा, ‘पूरी पार्टी को समर्थन वापस लेना चाहिए, अगर (किसानों का) मुद्दा हल नहीं किया जा रहा है तो दुष्यंत (चौटाला) को कदम उठाना चाहिए… सभी (जजपा) विधायकों को (गठबंधन से) बाहर आना चाहिए.’
वहीं विधानसभा की मंगलवार की कार्यवाही खत्म होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने पत्रकारों से कहा कि अविश्वास प्रस्ताव लोगों को यह बता देगा कि कौन से विधायक सरकार के साथ खड़े हैं और कौनसे विधायक किसानों के साथ हैं.