नंदीग्राम: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नंदीग्राम सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की, जहां से 2016 में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार शुभेन्दु अधिकारी ने चुनाव जीता था. बता दें कि पिछले साल 17 दिसंबर को शुभेन्दु अधिकारी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और अमित शाह की मौजूदगी में इस्तीफे के दो दिन बाद भाजपा में शामिल हो गए थे.
सोमवार 18 जनवरी को ममता बनर्जी ने नंदीग्राम में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘दल बदलने वालों की चिंता नहीं है, जब तृणमूल कांग्रेस का गठन किया गया था, तब उनमें से कोई साथ नहीं था.’
ममता ने नंदीग्राम में यह भी कहा कि वह नंदीग्राम से चुनाव लड़ेंगी और अगर संभव हुआ तो वह भवानीपुर और नंदीग्राम दोनों जगह से चुनाव लड़ सकती हैं.
ममता ने कहा नंदीग्राम आंदोलन की शुरुआत सिंगुर में हुई थी. इस आंदोलन की शुरुआत नंदीग्राम में अनुसूचित जाति तपसी मलिक के खून से शपथ लेकर की गई थी.
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ममता ने इस दौरान लोगों को नंदीग्राम की याद दिलाते हुए कहा, ‘मैं यह भूली नहीं हूं कि सीपीएम के शासन में नंदीग्राम में लोगों की हत्या कैसे की गई थी. उस दौरान मैं खुद नंदीग्राम आई थी. मैं हर दुकान, हर ग्रामीण के घर को अपने हाथ की हथेली की तरह जानती हूं.’
उन्होंने आगे कहा, ‘सिंगुर और नंदीग्राम आंदोलन भारत के राजनीतिक इतिहास में दो मील के पत्थर थे, दोनों का नेतृत्व मैंने किया है. 10 वर्षों में नंदीग्राम में बहुत विकास हुआ है. यहां किसान मंडी है, कॉलेज खोला गया, सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल भी हैं.’
पश्चिम बंगाल में इसी साल चुनाव होने हैं और यहां की राजनीतिक जंग काफी दिलचस्प हो रही है.नंदीग्राम की चुनावी रैली में ममता ने भाजपा पर जम कर निशाना साधा और कहा कि बंगाल में इस बार भी तृणमूल की सरकार बनेगी और हमें 200 से अधिक सीटें मिलेंगी.
ममता ने कहा, नंदीग्राम की क्रांति की मिट्टी है और यह युवा टीएमसी कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणास्रोत है. इधर, टीएमसी ने वामपंथी ताकतों के खिलाफ लड़ाई लड़ी, इस बार लड़ाई बुरी सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ है. बीजेपी को बंगाल से उखाड़ फेंकना है.’
इस दौरान ममता ने बीजेपी को ‘वाशिंग पाउडर’ भी कहा.
WASHING POWDER @BJP4India. #DidirSatheNandigram
— Banglar Gorbo Mamata (@BanglarGorboMB) January 18, 2021
यही नहीं उन्होंने दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन पर भी लोगों का ध्यान आकृषित किया और कहा,’ आज किसान आंदोलन कर रहे हैं लेकिन उनकी कोई सुनने वाला नहीं हैं. हम हर समय किसानों के साथ हैं.’ उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी को तीनों कृषि कानून तुरंत वापस लेने चाहिए.
ममता बनर्जी ‘इस्लामी आतंकवादी’
हालांकि इस चुनाव में भी आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. उत्तर प्रदेश के मंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ला ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को रविवार को ‘इस्लामी आतंकवादी’ करार दिया और कहा कि बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद बनर्जी को बंग्लादेश में शरण लेनी पड़ेगी.
उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्य राज्य मंत्री ने कहा, ‘ममता बनर्जी का भारतीयता में कोई विश्वास नहीं है. वह इस्लामी आतंकवादी हैं और उन्होंने पश्चिम बंगाल में हिन्दू देवी-देवताओं को अपमानित करने और मंदिरों को तोड़ने का कार्य किया है. वह बांग्लादेश के इशारे पर चल रही हैं.’ उन्होंने कहा, ‘पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की बुरी तरह से पराजय होगी तथा चुनाव के बाद उन्हें बांग्लादेश में शरण लेनी पड़ेगी.’
शुक्ला ने कहा कि ‘भारत माता की जय’ और ‘वन्दे मातरम’ बोलने वाले मुसलमानों का ही भारत में सम्मान होगा.
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