नई दिल्ली/बेंगलुरू: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात के बाद रविवार को विश्वास जताया कि राज्य में कैबिनेट में बहुप्रतीक्षित फेरबदल के लिए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से हरी झंडी जल्द मिलेगी.
शाह के साथ दिल्ली स्थित उनके आवास पर हुई एक घंटे की बैठक के दौरान कर्नाटक भाजपा के प्रभारी अरुण सिंह भी मौजूद थे.
येदियुरप्पा ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘कैबिनेट विस्तार पर विस्तृत चर्चा हुई. आपको जल्द ही एक अच्छी खबर मिलेगी.’
उन्होंने कहा कि अंतिम नामों को जल्द मंजूरी मिलेगी क्योंकि ‘चर्चा सकारात्मक, उपयोगी और संतोषजनक रही.’
उन्होंने कहा, ‘मैं चर्चा से खुश हूं…हम उनके निर्देशों का इंतजार करेंगे.’ उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने अपने समर्थन का भरोसा दिया.
यह पूछे जाने पर कि क्या यह कैबिनेट विस्तार पर वरिष्ठ पार्टी नेताओं के साथ आखिरी बैठक थी, मुख्यमंत्री ने कहा, ‘101 प्रतिशत यह आखिरी बैठक थी. वह नामों को जल्द ही मंजूरी देंगे.’
राज्य में कैबिनेट विस्तार लगभग एक वर्ष से चर्चाओं में हैं लेकिन यह हो नहीं रहा है, इससे मंत्री पद के आकांक्षियों में उत्सुकता बढ़ने के साथ ही उनमें असंतोष भी पनप रहा है.
साथ ही येदियुरप्पा ने कहा कि उन्होंने कुछ नाम सुझाये और विश्वास जताया कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व इस पर सकारात्मक तरीके से प्रतिक्रिया देगा.
यह पूछे जाने पर कि यह एक कैबिनेट विस्तार होगा या फेरबदल, मुख्यमंत्री ने कहा, ‘जब वे सूचित करेंगे तो आपको पता चलेगा.’
मुख्यमंत्री ने कहा कि कैबिनेट फेरबदल के अलावा राज्य में दो विधानसभा सीटों और एक संसदीय सीट के लिए होने वाले आगामी उपचुनावों पर भी चर्चा हुई.
येदियुरप्पा ने कहा, ‘उन्होंने मुझे मंजूरी के लिए उम्मीदवारों के नाम जल्द भेजने के लिए कहा.’
उन्होंने कहा कि नेतृत्व ने उन्हें तीनों सीटों पर पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए भी कहा.
उन्होंने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने हाल ही में ग्राम पंचायत चुनाव के परिणामों पर खुशी जतायी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह आज रात ही बेंगलुरू लौटेंगे.
मंत्री पद की दौड़ में विधायक उमेश कट्टी, मुनिरत्न, बासनगौड़ा पाटिल यतनाल, एम पी रेणुकाचार्य, अरविंद लिंबावली और एस आर विश्वनाथ शामिल हैं. तीन एमएलसी- सी पी योगेश्वर, एम टी बी नागराज और आर शंकर भी मंत्री पद की आकांक्षा रखते हैं.
एक अन्य एमएलसी ए एच विश्वनाथ भी इस दौड़ में थे लेकिन उनकी उम्मीदें तब धराशायी हो गईं जब 30 नवंबर को कर्नाटक उच्च न्यायालय ने इस साल कम से कम मई तक उनके मंत्री बनने पर रोक लगा दी.
राज्य में कुल 34 मंत्री हो सकते हैं और वर्तमान में 27 मंत्री हैं.
मास्की और बसवकल्याण विधानसभा क्षेत्रों और बेलगावी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए उपचुनाव होने हैं.
साल 2019 में कांग्रेस विधायक प्रताप गौड़ा पाटिल के इस्तीफे के कारण मास्की सीट खाली हुई थी, जबकि बी नारायण राव और सुरेश अंगड़ी की मृत्यु के कारण बसवकल्याण और बेलगावी सीटों पर उपचुनाव कराना जरूरी हो गया है.
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