नई दिल्ली : कांग्रेस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा मंगलवार को गुपकर घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) को लेकर उस पर निशाना साधे जाने के बाद पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि इस मामले में शाह का बयान ‘भ्रामक, शरारतपूर्ण और सरासर झूठ’ है.
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि कांग्रेस पीएजीडी में शामिल नहीं है और वह जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद का चुनाव लड़ रही है ताकि भाजपा का ‘जनविरोधी चेहरा’ बेनकाब हो सके.
गौरतलब है कि गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को पीएजीडी को ‘गुपकर गैंग’ करार दिया और आरोप लगाया कि वह जम्मू एवं कश्मीर में विदेशी ताकतों का हस्तक्षेप चाहता है.
उन्होंने आरोप भी लगाया कि कांग्रेस और ‘गुपकर गैंग’ जम्मू एवं कश्मीर को आतंक और उत्पात के युग में वापस ले जाना चाहते हैं. साथ ही उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से पीएजीडी के कदमों पर पार्टी का रुख साफ करने को कहा.
इसके जवाब में सुरजेवाला ने एक बयान जारी कर कहा, ‘आए दिन झूठ बोलना, कपट फैलाना और नए भ्रमजाल गढ़ना मोदी सरकार का चाल, चेहरा और चरित्र बन गया है. शर्म की बात तो यह है कि देश के गृहमंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा की अपनी जिम्मेदारी को दरकिनार कर जम्मू, कश्मीर तथा लद्दाख पर सरासर झूठी, भ्रामक व शरारतपूर्ण बयानबाजी कर रहे हैं.’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘कांग्रेस कड़े शब्दों में अमित शाह व मोदी सरकार के मंत्रियों के आचरण की निंदा करती है तथा याद दिलाती है कि जम्मू, कश्मीर और लद्दाख को लेकर उनका आचरण ऐसा ही है, जैसा कि ‘नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली.’ सुरजेवाला ने इस बात पर जोर दिया, ‘कांग्रेस पार्टी ‘पीएजीडी’ का हिस्सा नहीं है.’
उन्होंने कहा, ‘देश के लिए कुर्बानी और बलिदान की परिपाटी कांग्रेस के नेतृत्व ने अपने लहू से लिखी है. अंग्रेज के गुलाम और पिट्ठू दलों के लोग शायद न तो देश और न ही तिरंगे के लिए कुर्बानी का जज़्बा समझ सकते हैं.’
सुरजेवाला के मुताबिक, ‘कांग्रेस पार्टी यह कभी स्वीकार नहीं करेगी कि राष्ट्र की अस्मिता, अखंडता या तिरंगे को कोई आंच आए. न ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर सहित भारत के आंतरिक मामलों में कोई विदेशी दखलंदाजी स्वीकार की है और न ही करेगी. 70 वर्षों तक भारत का गौरवशाली इतिहास कांग्रेस के इस संकल्प का गवाह है.’
उन्होंने सवाल किया, ‘शाह जिस पीडीपी की आलोचना कर रहे हैं, उसके साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर में भाजपा ने सरकार का गठन क्यों किया था? भाजपा सरकार जम्मू-कश्मीर की जेल से कुख्यात आतंकवादी, मौलाना मसूद अजहर, मुश्ताक अहमद ज़रगर व अहमद उमर सईद शेख को रिहा करके क्यों आई थी?’
सुरजेवाला ने सरकार पर आरोप लगाते हुए यह भी पूछा, ‘केंद्र की मौजूदा सरकार ने आतंकवादियों की पोषक आईएसआई को पठानकोट एयरबेस हमले की जांच के लिए न्यौता देकर भारत क्यों बुलाया था और अमित शाह ने आईएसआई में विश्वास क्यों जताया था?’
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में प्रजातांत्रिक चुनाव की पक्षधर है तथा इसी उद्देश्य से कांग्रेस पार्टी जिला विकास परिषद का चुनाव लड़ रही है ताकि भाजपा का जनविरोधी चेहरा प्रजातांत्रिक तरीके से बेनकाब हो सके.’
पीएजीडी में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) समेत जम्मू-कश्मीर के विभिन्न दल शामिल हैं. इस गठबंधन ने संविधान के अनुच्छेद 370 को बहाल करने की मांग की है, जो पूर्ववर्ती राज्य को विशेष दर्जा देता था.