वाशिंगटन: अमेरिकी न्याय विभाग ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति चुनाव, दक्षिण कोरिया के शीतकालीन ओलंपिक और अमेरिकी व्यवसायों को निशाना बनाने वाले वैश्विक साइबर हमले के सिलसिले में रूसी खुफिया अधिकारियों के खिलाफ सोमवार को आरोपों की घोषणा की.
विभाग ने आरोप लगाया कि क्रेमलिन की इसी इकाई ने 2016 के अमेरिकी चुनावों में हस्तक्षेप किया था.
अभियोग में छह प्रतिवादियों पर आरोप लगाए गए हैं. ये सभी जीआरयू के रूप में जाने जाने वाले रूसी सैन्य खुफिया एजेंसी के वर्तमान और पूर्व अधिकारी बताए जा रहे हैं. अभियोजन पक्ष का कहना है कि ये हैकिंग रूस के भू-राजनीतिक हितों को आगे बढ़ाने और कथित दुश्मनों को अस्थिर करने या दंडित करने के मकसद से की गई थी.
इन हमलों की वजह से अरबों डॉलर का नुकसान हुआ है और पेंसिल्वेनिया में स्वास्थ्य देखभाल, यूक्रेन में एक पावर ग्रिड और फ्रांसीसी चुनाव समेत जन-जीवन के एक बड़े हिस्से को बाधित किया था.
पेंसिल्वेनिया के पश्चिमी जिले के लिए अमेरिकी अटॉर्नी स्कॉट ब्रैडी ने कहा, ‘ये हमले सबसे विनाशकारी, अब तक के सबसे भयंकर साइबर हमलों में शामिल हैं.’