लंदन : विश्व भर में कोरोना वायरस के कहर के बीच संक्रमित लोगों की कुल संख्या चार करोड़ से अधिक हो गयी है. हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि यह केवल एक हिस्सा है और इस महामारी का वास्तविक प्रभाव अभी आना बाकी है.
इस घातक वायरस से दुनिया भर में लोगों के जीवन और उनके कार्यों को प्रभावित किया है.
जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के अनुसार सोमवार सुबह संक्रमितों की संख्या चार करोड़ के पार हो गयी. यह विश्वविद्यालय दुनिया भर से कोरोना वायरस संबंधी आंकड़े एकत्र करता है.
यह संख्या और अधिक हो सकती है क्योंकि बड़ी संख्या में लोगों में इस वायरस से संक्रमण के लक्षण नहीं हैं. इसके अलावा कई सरकारों ने वास्तविक संख्या नहीं बतायी है.
इस घातक वायरस से अब तक 10.1 लाख से अधिक लोगों की मौत होने की पुष्टि हो चुकी है. हालांकि विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि वास्तविक संख्या कहीं ज्यादा है.
अमेरिका, भारत और ब्राजील ने अब तक सबसे अधिक मामलों की जानकारी दी है. इन देशों में कमश: 81 लाख, 75 लाख और 52 लाख मामले सामने आए हैं. हालांकि हाल के हफ्तों में संक्रमित लोगों की संख्या में वृद्धि यूरोप के कारण हुयी है। यूरोप में संक्रमितों की संख्या में उछाल आया है. यूरोप में अब अब तक इस महामारी से 2,40,000 से अधिक लोगों की मौत होने की पुष्टि हुयी है.
पिछले हफ्ते, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा था कि यूरोप में करीब सात लाख मामलों की साप्ताहिक रिपोर्ट थी और यह क्षेत्र विश्व स्तर पर लगभग एक तिहाई मामलों के लिए जिम्मेदार था. यूरोप में आए नए मामलों में से करीब आधे मामले ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और स्पेन से हैं.
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि कोरोनावायरस के प्रसार पर काबू के लिए यूरोप भर में किए जा रहे नए उपाय ‘पूरी तरह से आवश्यक’ हैं. इटली और स्विट्जरलैंड में मास्क पहनने को अनिवार्य किया गया है वहीं उत्तरी आयरलैंड और चेक गणराज्य में स्कूलों को बंद कर दिया गया है. इसके अलावा बेल्जियम में रेस्तरां और बार बंद कर दिए गए हैं. फ्रांस में कुछ समय के लिए कर्फ्यू और ब्रिटेन के कुछ हिस्सों में सीमित लॉकडाउन लागू किया गया है.
एजेंसी ने कहा कि कई यूरोपीय शहरों के अस्पतालों में जल्द ही गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ सकती है. एजेंसी ने विभिन्न सरकारों और नागरिकों को आगाह किया कि उन्हें सभी आवश्यक उपाय करने चाहिए. इनमें परीक्षण को बढ़ावा देना, संपर्कों का पता लगाना, मास्क पहनना और सामाजिक दूरी का पालन करना शामिल है.