नई दिल्ली: केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने रविवार को कहा कि प्रदूषण की समस्या को एक दिन में हल नहीं किया जा सकता है और प्रदूषण फैलाने वाले हर कारक से निपटने के लिए लगातार प्रयास की जरूरत है.
फेसबुक लाइव कार्यक्रम के जरिये लोगों से संवाद करते हुए, जावड़ेकर ने कहा कि देश में वायु प्रदूषण के पीछे प्रमुख कारक यातायात, उद्योग, अपशिष्ट, धूल, पराली, भूगोल एवं मौसमी दशाएं हैं.
मंत्री ने कहा, ‘प्रदूषण की समस्या एक दिन में हल नहीं की जा सकती है. प्रत्येक कारक से निपटने के लिए लगातार प्रयास की जरूरत है.’
जावड़ेकर ने कहा कि ई-वाहन लोकप्रिय हो रहे हैं और भारत में फिलहाल दो लाख ई-वाहनों का इस्तेमाल किया जा रहा है.
उन्होंने कहा, ‘मैं खुद ई-वाहन का इस्तेमाल करता हूं. मैं इसे अपने घर पर चार्ज करता हूं. मैं ई-स्कूटी भी चलाता हूं.’ मंत्री ने कहा कि सरकार बीएस छह ईंधन लेकर आई, जिसने वाहनों के उत्सर्जन को 60 फीसदी तक कम कर दिया. वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए मेट्रो और ई-बसों को लाया गया है.
जावड़ेकर ने कहा कि ‘खराब वायु’ के दिनों की संख्या भी कम हुई है. यह 2016 में 250 दिन थे, जो 2020 में 180 दिवस रह गए.
उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण से निपटने में लोगों की बड़ी भूमिका है. मंत्री ने लोगों से आग्रह किया कि वे अलग-अलग शहरों में प्रदूषण की निगरानी के लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ‘समीर’ मोबाइल ऐप डाउनलोड करें.
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