मुंबई: वैश्विक बाजारों में चौतरफा लिवाली के बीच बृहस्पतिवार को शेयर बाजारों में पिछले 10 कारोबारी सत्रों से जारी तेजी पर विराम लगा और सेंसेक्स 1,066.33 अंक लुढ़क गया.
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1,066.33 अंक यानी 2.61 प्रतिशत की गिरावट के साथ 39,728.41 अंक पर बंद हुआ.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 290.70 अंक यानी 2.43 प्रतिशत टूटकर 11,680.35 अंक पर बंद हुआ.
सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान में बजाज फाइनेंस रही. इसमें करीब 5 प्रतिशत की गिरावट आयी. उसके बाद टेक महिंद्रा, आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, कोटक बैंक, एसबीआई और रिलायंस इंडस्ट्रीज का स्थान रहा.
एशियन पेंट्स एकमात्र शेयर है, जो लाभ में रहा.
आनंद राठी के इक्विटी शोध प्रमुख (फंडामेंटल) नरेंद्र सोलंकी ने कहा, ‘एशिया के अन्य बाजारों में नकारात्मक रुख के बीच घरेलू बाजार गिरावट के साथ खुला. प्रोत्साहन संबंधी चिंता के बीच दुनिया के अन्य बाजारों में गिरावट रही.’
दोपहर के बाद बाजार में और गिरावट आयी. आईटी, प्रौद्योगिकी तथा दूरसंचार कंपनियों के शेयरों में शुरूआत में बिकवाली देखी गयी. बाद में बैंक, दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों (एफएमसीजी) समेत दूसरे क्षेत्रों में यह स्थिति देखने को मिली.
उन्होंने कहा, ‘बिकवाली का प्रमुख कारण यूरोपीय बाजारों से आयी नकारात्मक खबरें हैं. एक तरफ प्रोत्साहनों को लेकर उम्मीदें कमजोर हुई और दूसरी तरफ कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण कुछ शहरों में फिर से ‘लॉकडाउन’ से बाजार में गिरावट रही.’
दुनिया के अन्य बाजारों में एशिया में चीन का शंघाई, हांगकांग, जापान में तोक्यो और दक्षिण कोरिया के सोल में 2 प्रतिशत तक की गिरावट आयी.
यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में 3 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गयी.
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 42.38 पर कारोबार कर रहा था.
विदेशी विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 5 पैसे की गिरावट के साथ 73.36 पर बंद हुआ.
यह भी पढ़ें: शोपियां एनकाउंटर मनोज सिन्हा के लिए लिटमस टेस्ट, न्याय से ही भर सकते हैं कश्मीर के जख्म