नई दिल्ली: एक अदालत ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के फर्जी वीडियो को लेकर की गयी शिकायत पर दिल्ली पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है. छेड़छाड़ कर बनाए गए इस वीडियो में मुख्यंमत्री को एक अश्लील गाना गाते हुए दिखाया गया है.
मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट किशोर कुमार ने एक अधिवक्ता की शिकायत के आधार पर पश्चिम विहार थाने के प्रभारी को एक सप्ताह के भीतर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया.
अदालत ने पुलिस को दो दिसंबर तक अनुपालन रिपोर्ट दाखिल करने का भी निर्देश दिया है.
वकील अमित साहनी की शिकायत में दावा किया गया है कि 12 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद, यूट्यूब पर एक वीडियो अपलोड किया गया था जिसमें केजरीवाल को एक अश्लील गीत गाते हुए दिखाया गया है.
अदालत ने 24 सितंबर को दिए अपने आदेश में कहा कि विचाराधीन वीडियो में गीत न केवल संवैधानिक रूप से निर्वाचित मुख्यमंत्री की प्रतिष्ठा को कमतर कर रहा है बल्कि यह मतदाताओं को भी अपमानजनक तरीके से संबोधित कर रहा था जिन्होंने केजरीवाल को चुनने के उद्देश्य से आम आदमी पार्टी (आप) को वोट दिया.
अदालत ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह संज्ञेय मामला प्रतीत होता है.
पुलिस द्वारा दायर कार्रवाई रिपोर्ट में कहा गया है कि विचाराधीन वीडियो संज्ञेय अपराध नहीं बनता क्योंकि इसमें कुछ भी अश्लील नहीं था.
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