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Friday, 22 November, 2024
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भारत ने UNGA में तुर्की के राष्ट्रपति एदोर्गन के कश्मीर पर बयान की निंदा की, बताया ‘घोर दखल’

भारत ने यूएनजीए की दो दिन की उच्च-स्तरीय बैठक में तुर्की के राष्ट्रपति के कश्मीर मुद्दे को दक्षिण एशिया की स्थिरता और शांति के लिए अहम है और ज्वलंत बताने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.

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न्यूयॉर्क: भारत ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में कश्मीर को लेकर तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एदोर्गन के दिए गए बयान की निंदा की. इसे आंतिरक मामलों में ‘घोर दखल’ करार देते हुए भारत ने कहा कि यह भारत का आंतरिक मामला है और बिलकुल भी स्वीकार्य नहीं है.

एर्दोगन के संयुक्त राष्ट्र संघ में कश्मीर मुद्दे पर बयान के बाद ट्विटर पर मामले को उठाते हुए यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, टीएस तिरुमूर्ति ने कहा, ‘अंकारा को अन्य देशों की संप्रभुता का सम्मान सीखे और उनकी नीतियों पर ज्यादा गहराई से बोले. उन्होंने कहा, ‘हमने केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर पर पर तुर्की के राष्ट्रपति की टिप्पणी देखी है. वे भारत के आंतरिक मामलों में अत्यधिक हस्तक्षेप करने वाले हैं और पूरी तरह से अस्वीकार्य हैं. तुर्की को अन्य राष्ट्रों की संप्रभुता का सम्मान करना और उसकी नीतियों पर गहराई से बोलना सीखना चाहिए.’

यूएनजीए (UNGA) की दो दिन की उच्च-स्तरीय बैठक में तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा, ‘कश्मीर मुद्दा, दक्षिण एशिया की स्थिरता और शांति के लिए अहम है और यह एक ज्वलंत मुद्दा बना हुआ है.’

एक पहले से-रिकार्ड किए गए बयान में उन्होंने कहा कि बातचीत के माध्यम से कश्मीर मुद्दे सुलझाना जरूरी है. ‘हम संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क के तहत बातचीत के माध्यम से इस मुद्दे को हल करने के पक्ष में हैं, खासतौर पर कश्मीर के लोगों की अपेक्षाओं के मद्देनजर.

पिछले एक साल से पाकिस्तान के सहयोगी तुर्की ने कई प्लेटफार्म पर जम्मू-कश्मीर का मसला उठा चुका है. हालांकि भारत ने उसे बता चुका है वह उसका आंतरिक मामला है.

भारत ने पिछले सप्ताह मानवाधिकार परिषद की 46वीं बैठक में पाकिस्तान, तुर्की और इस्लामिक कोऑपरेशन संगठन (ओआईसी) की बैठक में आंतरिक मामले पर टिप्पणी करने पर निंदा किया था.

 

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