नई दिल्ली : दिल्ली में पिछले करीब सवा दो महीने में शनिवार को कोविड-19 के एक दिन में सर्वाधिक मामले आए हैं, और इसके बारे में विशेषज्ञों का मानना है कि यह आर्थिक गतिविधियों के खुलने, जांच बढ़ने और लोगों द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने आदि से हुआ है.
राष्ट्रीय राजधानी में पिछले चार दिन से लगातार कोविड-19 के 2,000 से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं. शुक्रवार को 2,914 मामले आए थे.
बढ़े मामलों और फिर से लॉकडाउन की आशंका के संबंध में सवाल करने पर दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को कहा था कि जांच बढ़ने के कारण मामलों में वृद्धि हुई है.
उन्होंने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि मामले चिंताजनक तरीके से बढ़ रहे हैं, फिर से लॉकडाउन लगने की कोई संभावना नहीं है.’
इसबीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में ज्यादा संख्या में जांच होने के कारण नए मामले बढ़े हैं. उन्होंने लोगों को आश्वान दिया कि स्थिति नियंत्रण में है और घबराने की कोई जरुरत नहीं है.
मेडिकल विशेषज्ञों ने पहले भी मामलों के बढ़ने की आशंका जताते हुए सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने और दो गज की दूरी के नियम का उल्लंघन करने के परिणाम को लेकर आगाह किया था, साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि अर्थव्यवस्था को हमेशा के लिए बंद नहीं रखा जा सकता है.
राजीव गांधी सुपरस्पेशियालिटी अस्पताल के निदेशक बी.एन. शेरवाल ने बताया, ‘हां, दिल्ली के काफी लोग यह मानकर चल रहे हैं कि अब सबकुछ ठीक हो गया है, क्योंकि आर्थिक गतिविधियां शुरू हो गयी हैं और मेट्रो सेवा भी जल्दी ही शुरू होने वाली है. लेकिन उन्हें समझना होगा कि लॉकडाउन में यह ढील देश की अर्थव्यवस्था को चालू रखने के लिए दी गयी है लोगों को घूमने-फिरने के लिए नहीं, जैसा वह पहले करते थे.’
लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल आ रहे मामलों को लेकर तत्काल चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि पहले मई-जून में लॉकडाउन के बावजूद इतने मामले आ रहे थे और अब बिना लॉकडाउन के इतने मामले आ रहे हैं.
राजीव गांधी अस्पताल दिल्ली सरकार के सबसे बड़े कोविड अस्पतालों में से एक है.
दिल्ली में शुक्रवार को कोविड-19 के 2,914 नए मामले आए जो पिछले 69 दिनों में एक दिन में सबसे ज्यादा मामले हैं.राष्ट्रीय राजधानी में अभी तक 1.85 लाख से ज्यादा लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है जबकि संक्रमण से 4,513 लोगों की मौत हुई है.
लोगों के बाहर घूमने-फिरने को लेकर जीटीबी अस्पताल के मेडिकल अधीक्षक राजेश रौतेला का कहना है, ‘यह सोचना की सबकुछ सामान्य है और लोगों का यूं बाहर घूमना-फिरना बहुत गैरजिम्मेदारी वाली बात है, वो या तो मास्क नहीं पहन रहे हैं या फिर उसे नीचे अपनी ठुड्डी पर कर लेते हैं, जैसे ही यह कोई मजाक की बात हो। वे खुद को, अपने परिवार को और बाकी लोगों को खतरे में डाल रहे हैं.’
मैक्य हेल्थकेयर के ग्रुप मेडिकल डायरेक्टर संदीप बुद्धिराजा ने भी युवाओं को चेताया कि वे सोशल मीडिया के चक्कर में पड़कर बाहर ना निकलं, क्योंकि कई लोग अपनी बाहर जाते हुए, कैफे-रेस्तरां में बैठे हुए तस्वीरें साझा कर रहे हैं.