बेंगलुरु: रेप आरोपी भगोड़े स्वघोषित धर्मगुरु नित्यानंद ने रिजर्व बैंक ऑफ़ कैलाशा को देश के केंद्रीय बैंक के रूप में शुभारंभ करने की घोषणा की है, क्योंकि वह इक्वाडोर के तट पर एक द्वीप पर स्थापित होने का दावा कर रहा है.
स्वघोषित धर्मगुरु द्वारा जारी एक वीडियो में नित्यानंद को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि ‘उनके देश’ ने एक अन्य देश के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं, जो उनके बैंक की मेजबानी करेगा, जिसे ‘हिंदू निवेश रिज़र्व बैंक’ कहा जायेगा.
उसने कहा, ‘गणपति की कृपा से गणेश चतुर्थी पर हम रिजर्व बैंक ऑफ कैलासा और मुद्राओं के संपूर्ण, पूर्ण विवरण का खुलासा करने जा रहे हैं … सब तैयार है.’
उसने इस बैंक को लॉन्च करने के लिए 22 अगस्त गणेश चतुर्थी का शुभ दिन चुना है.
नित्यांनद को वीडियो में कहते हुए सुना जा सकता है कि ‘पूरी आर्थिक नीतियां, 300-पृष्ठ का दस्तावेज़, पूरी तरह से डिजाइन, मुद्रा के साथ तैयार है. आर्थिक रणनीति जो हम करने जा रहे हैं, आंतरिक मुद्रा का उपयोग और बाहरी विश्व मुद्रा विनिमय सभी कानूनी रूप से किया गया है.
इसकी वेबसाइट के अनुसार नित्यानंद का कैलासा दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल हिंदू राष्ट्र है. राष्ट्रीय पशु, पक्षी, प्रतीक, वृक्ष और फूल के साथ पहले से ही ऋषभ ध्वाजा नामक एक ध्वज है. इसकी तीन आधिकारिक भाषाएं हैं – अंग्रेजी, संस्कृत और तमिल.
रेप और धमकी के आरोपों का सामना करते हुए पिछले साल अक्टूबर में नित्यानंद ने भारत छोड़ दिया था. अब तक, उसने भारत में लगभग अदालत की 50 सुनवाई मिस की है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, वह इक्वाडोर तट से दूर द्वीप में शरण ले सकता है.
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बैंक
कैलासा वेबसाइट के अनुसार, इसका रिज़र्व बैंक हिंदू नकदी प्रवाह निवेश को केंद्रीयकृत करने के लिए होगा. इसमें कहा गया है कि यह फंड पूरे हिंदू समुदाय से निवेश करेगा, जो दुनिया के सबसे धनी समुदायों में से एक है.
वेबसाइट का दावा है कि बैंक समुदाय के सदस्यों को पैसा उधार देगा ताकि वे ‘अहिंसक व्यवसायों’ में निवेश कर सकें.
वेबसाइट का दावा है कि बैंक के स्वामित्व के केंद्रीकृत होने के साथ इसके निवेशकों के बीच विश्वास होगा और यह उन लोगों को आकर्षित करेगा जो इसमें निवेश करने के लिए उत्सुक होंगे.
यह बताता है, ‘हिंदू रिज़र्व बैंक अपने पैसे की आपूर्ति स्वयं करेगा… फ़िएट करेंसी से दूषित नहीं है. इस तरह की मुद्रा बनाने का एक आदर्श तरीका क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से है.
कोविड -19 महामारी की चपेट में आने से पहले जारी एक वीडियो में नित्यानंद परमशिवम, प्रधानमंत्री श्रीकैलासा के रूप में हस्ताक्षर किए हैं.
वेबसाइट स्पैनिश संस्करण में भी है, जो महामारी के इस कठिन समय में दुनिया भर के देशों के साथ अपने देश की एकजुटता को व्यक्त करता है. पुलिस सूत्रों ने कहा कि यह इक्वाडोर के पास की उपस्थिति की पुष्टि करता है.
कौन हैं नित्यानंद?
नित्यानंद का जन्म 1978 में तिरुवन्नामलाई में ए राजशेखरन नाम से पैदा हुआ था, लेकिन निजी जीवन के बारे में बहुत कुछ पता नहीं है. उनका मानना है कि उनके अनुयायी ‘परमशिव’ के अवतार थे.
उन्होंने नित्यानंद ध्यानपीतम की शुरुआत की, जिसकी अब भारत के साथ-साथ दुनिया भर के कई हिस्सों में शाखाएं हैं.
मार्च 2010 में, तमिलनाडु की एक अभिनेत्री के साथ उसका एक वीडियो मीडिया में सामने आया. वीडियो पर किसी भी मीडिया कवरेज पर जारी निषेधाज्ञा आदेश मिला.
दो साल बाद, पांच साल की अवधि में अमेरिका के एक शिष्य के साथ बलात्कार करने का आरोप लगाया. उसके खिलाफ जून 2018 में कर्नाटक की एक ट्रायल कोर्ट ने आरोप तय किए गए.
पिछले साल भाग जाने के बाद वह वीडियो और अपने सोशल मीडिया चैनलों के माध्यम से बड़े पैमाने पर उपदेश दे रहा है.
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