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Wednesday, 20 November, 2024
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जम्मू कश्मीर में सकारात्मक बदलाव, तुर्की की टिप्पणी गलत और पक्षपातपूर्ण : विदेश मंत्रालय

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने तुर्की को भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने से बचने को कहा .भारत ने जम्मू कश्मीर को लेकर तुर्की की टिप्पणी को ‘तथ्यात्मक रूप से गलत, पक्षपातपूर्ण और अवांछनीय ’बताया .

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नई दिल्ली: भारत ने जम्मू कश्मीर को लेकर तुर्की की टिप्पणी को बृहस्पतिवार को ‘तथ्यात्मक रूप से गलत, पक्षपातपूर्ण और अवांछनीय ’बताया . विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने तुर्की को भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने से बचने को कहा .

प्रवक्ता से तुर्की की उस टिप्पणी के बारे में पूछा गया था जिसमें उसने कहा था कि जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करने से क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता को कोई फायदा नहीं हुआ है.

उन्होंने आनलाइन मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘ यह बयान तथ्यात्मक रूप से गलत, पक्षपातपूर्ण और अवांछनीय है. हम तुर्की की सरकार से आग्रह करते हैं कि वह जमीनी स्थिति की उपयुक्त समझ प्राप्त करे और भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने से बचे . ’

गौरतलब है कि तुर्की के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बुधवार को कहा था कि जम्मू कश्मीर से विशेष दर्जे को वापस लेने से स्थिति और जटिल हो गई है . इससे क्षेत्र में शांति और स्थिरता को फायदा नहीं हुआ . तुर्की ने यह आलोचना भारत के जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करने की पहली वर्षगांठ के दिन की.

सकारात्मक हुए बदलाव

विदेश मंत्रालय ने यह भी जम्मू कश्मीर में पिछले एक वर्ष में विकास को लेकर अनेक सकारात्मक बदलाव हुए हैं जो ‘पूर्ण रूप से सामान्य स्थिति’ बहाली को प्रदर्शित करते हैं .

विदेश मंत्रालय की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब अमेरिका की विदेश मामलों की सदन की समिति के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ सदस्य ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर अनुच्छेद 370 के प्रावधान हटाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के एक वर्ष बाद जम्मू कश्मीर में स्थिति पर चिंता व्यक्त की थी .

पत्र में जम्मू कश्मीर के जिक्र के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, ‘ इस विशेष मामले के संदर्भ में, पिछले एक वर्ष में जम्मू कश्मीर में जम्मू कश्मीर में अनेक सकारात्मक बदलाव आए हैं . चाहे सुशासन सुनिश्चित करना हो या सामाजिक, आर्थिक विकास या आबादी के वंचित वर्ग को न्याय देने का हो . ’ उन्होंने कहा कि अक्तूबर 2019 में ब्लाक विकास परिषदों का चुनाव हुआ, मार्च 2020 में पहला ‘खेलो इंडिया’शीतकालीन खेल आयोजित हुआ, स्कूल फिर से खुले, नयी शैक्षणिक सुविधाएं स्थापित हुई , स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर हुई एवं नये स्वास्थ्य केंद्र खुल रहे हैं .

उन्होंने पिछले एक वर्ष में जम्मू कश्मीर में सकारात्मक विकास की सूची गिनाते हुए कहा कि क्षेत्र में आधारभूत ढांचे का विकास हो रहा है, लंबित परियोजनाएं पूरी हुई हैं .

श्रीवास्तव ने कहा कि इसलिये यह सब पूर्ण रूप से सामान्य स्थिति बहाल होना प्रदर्शित करता है. हम इस विषय पर अमेरिकी कांग्रेस को जानकारी देना जारी रखेंगे. हमें अमेरिकी कांग्रेस को इसकी जानकारी देकर प्रसन्नता होगी गौरतलब है कि उक्त पत्र पर अमेरिका की विदेश मामलों की सदन की समिति के अध्यक्ष इलियट इंजेल और वरिष्ठ सदस्य माइकल टी मैकॉल के हस्ताक्षर थे .

एक अन्य सवाल पर कि क्या भारत ने जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने की पहली वर्षगांठ पर मित्र राष्ट्रों को जानकारी दी है, श्रीवास्तव ने कहा कि विभिन्न देशों में भारतीय दूतों ने मित्र राष्ट्रों को जानकारी दी है.

कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारतीय पक्ष जल्द प्रत्यर्पण को लेकर ब्रिटिश पक्ष के साथ लगातार सम्पर्क बनाये हुए है.

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