पटना : केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने राजद-कांग्रेस गठबंधन पर ‘अफवाह’ फैलाने का आरोप लगाते हुए रविवार को कहा कि बिहार में राजग के भीतर ‘कोई दरार’ नहीं है.
बिहार के पूर्व भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय ने पूर्णिया जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए यह बात कही. राय की इस टिप्पणी को बिहार में राजग में शामिल लोजपा प्रमुख चिराग पासवान के कथित तौर पर नाराज होने की चर्चा की पृष्ठिभूमि में देखा जा रहा है.
नित्यानंद राय ने कहा कि राजग बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एकजुट होकर लड़ेगा.
उन्होंने राजग के 2010 की शानदार सफलता का जिक्र करते हुए वैसा ही प्रदर्शन इसबार भी इसे दोहराने का दावा किया जब गठबंधन ने विधानसभा की 80 प्रतिशत से अधिक सीटें जीती थीं.
उन्होंने कहा, ‘राजद-कांग्रेस को राजग के बारे में अफवाहें फैलाना छोड़कर अपने गठबंधन के भीतर आयी दरार की चिंता करनी चाहिए.’ लोजपा 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग से नाता तोड़ कर राजग में शामिल हो गयी थी. लोजपा के संस्थापक केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान हैं.
रामविलास ने पिछले साल अपने बेटे चिराग को अपनी पार्टी की कमान सौंप दी थी और युवा नेता ने प्रदेश में कोविड-19 महामारी और इससे उत्पन्न संकट से निपटने के तरीके को लेकर बिहार की नीतीश कुमार सरकार के आलोचना की थी.
बिहार में जमुई लोकसभा क्षेत्र से सांसद चिराग पासवान की हाल ही में की गयी उस टिप्पणी कि ‘हम राज्य में सरकार का समर्थन कर रहे हैं, लेकिन इसका हिस्सा नहीं हैं, के बाद से राजग के बीच ‘दरार’ की अटकलें लगनी शुरू हो गयी थीं.
मीडिया के एक हिस्से आयी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चिराग पासवान बिहार के मुख्यमंत्री एवं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार से आसन्न बिहार विधानसभा चुनाव में लोजपा को ‘सम्मानजनक’ सीटें देने के लिए तैयार नहीं होने के कारण नाखुश हैं.
पिछले हफ्ते, बिहार में लोजपा के एक जिला इकाई प्रमुख को मीडिया के सामने यह बयान देने के लिए पद से हटा दिया गया था कि बिहार में राजग ‘अटूट’ है.
हालांकि पार्टी द्वारा यह कहा गया था कि केवल चिराग पासवान को ही गठबंधन के संबंध में टिप्पणी करने के लिए अधिकृत किया गया है, ऐसे में निचले स्तर के पार्टी के नेता द्वारा आदेश का उल्लंघन किया गया था.
बिहार विधान परिषद में कांग्रेस सदस्य प्रेम चंद्र मिश्रा ने शनिवार को रामविलास पासवान को संप्रग के साथ होने की याद दिलाते हुए कहा था कि महागठबंधन में आने पर उनका स्वागत होगा.