scorecardresearch
Friday, 1 November, 2024
होमदेशसड़क पर प्रसव मामले में एनएचआरसी ने महाराष्ट्र और एमपी सरकार को भेजा नोटिस, कहा- महिला के अधिकारों का हुआ घोर उल्लंघन

सड़क पर प्रसव मामले में एनएचआरसी ने महाराष्ट्र और एमपी सरकार को भेजा नोटिस, कहा- महिला के अधिकारों का हुआ घोर उल्लंघन

एनएचआरसी ने बयान में कहा कि बच्चे को जन्म देने के बाद महिला ने सिर्फ दो घंटे आराम किया और इसके बाद बाकी 150 किलोमीटर की यात्रा शुरू की. इसमें गरीब महिला के जीवन और सम्मान के अधिकारों का घोर उल्लंघन हुआ.

Text Size:

नई दिल्ली: महाराष्ट्र के नासिक से पैदल चलकर मध्य प्रदेश के सतना जा रही मजदूर गर्भवती महिला ने सड़क पर बच्चे के जन्म की खबरों का संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया है. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.

आयोग ने इस घटना को ‘मातृत्व का अनादर’ करार दिया.

रिपोर्ट के मुताबिक, गर्भवती महिला अपने पति के साथ नासिक से सतना के लिए पैदल ही निकली थी और इसी दौरान रास्ते में महिला ने सड़क पर ही बच्चे को जन्म दिया.

एनएचआरसी ने एक बयान में कहा कि बच्चे को जन्म देने के बाद महिला ने सिर्फ दो घंटे आराम किया और इसके बाद बाकी 150 किलोमीटर की यात्रा शुरू की.

आयोग ने इस घटना को राज्य के अधिकारियों की सरासर लापरवाही माना, जिसके कारण पीड़ित महिला के मानवाधिकारों का उल्लंघन हुआ.

बयान के मुताबिक, गरीब महिला के जीवन और सम्मान के अधिकारों का घोर उल्लंघन हुआ.

इसके अनुसार, आयोग ने दोनों राज्य के मुख्य सचिवों को नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है. साथ ही महिला और उसके बच्चे के स्वास्थ्य की स्थिति और यदि राज्य सरकारों की तरफ से कोई सहायता पीड़ित परिवार को मुहैया करायी गई है तो उसका भी ब्यौरा देने को कहा है.

share & View comments