नई दिल्ली: 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन के बीच दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट मेडिकल और अन्य स्वास्थ्य संबंधी सामान लाने-ले जाने का हब बना हुआ है. एअरपोर्ट पर कार्गो फ्लाइट, जो कि विशेष तौर पर सामान ले जाने के लिए होता है, निरंतर चालू हैं.
एयरपोर्ट पर करीब 20-22 कार्गो फ्लाइट्स रोज़ चल रही हैं जो दोहा, पेरिस, हांगकांग, शेंजान, शंघाई, गुआंगझू और इन्चेआन जैसी जगहों से आवाजाही बरक़रार रखे हुए हैं. इन फ्लाइट्स के ज़रिये मास्क्स, टेस्ट किट्स, दवाइयां, हजमत सूट भारत में लाये जा रहे हैं.
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दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के सीईओ विदेह कुमार जैप्रियर ने कहा कि मेडिकल सामान की घरेलू व अंतर्राष्ट्रीय आवाजाही के लिए दिल्ली एअरपोर्ट 24 घंटे- सातों दिन चालू है. ‘कार्गो टर्मिनल के संचालक और उनके दल दिन-रात सभी स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों जैसे सोशल डिस्टैंसिंग, सेनीटाइजेशन इत्यादि का पालन करते हुए बिना थके काम कर रहे हैं. कार्गो फ्लाइट्स से आने वाला सामान रखने के लिए अलग से वेयरहाउस की व्यवस्था भी की जा रही है.’
एक अधिकारिक सूचना के मुताबिक अब तक करीब 19 लाख फेस मास्क, 2 लाख सैनिटाइज़र की बोतलें, 1.5 लाख हजमत सूट और 50,000 अन्य मेडिकल उपकरण इन फ्लाइट्स के ज़रिये मंगवाए जा चुके हैं. इसी के साथ एयरपोर्ट पर रोज़ 3 से 4 चार्टर्ड विमानों की अवाजाही भी चालू है जिनके ज़रिये अन्य राहत सामग्री और मेडिकल उपकरण पटना, वाराणसी, नागपुर और वडोदरा में पहुंचाए जा रहे हैं. इन विमानों की संख्या 8 से 10 होने की उम्मीद है.
इसी के साथ एयरपोर्ट पर 5000 वर्ग मीटर का अतितिक्त वेयरहाउस भी बनाया जा रहा है. ‘इसी के साथ हम कस्टम्स के साथ और स्टाफ की मांग कर रहे हैं जिस से काम और तेज़ी से हो सके क्योंकि आने वाले दिनों में इन कार्गो फ्लाइट्स की संख्या बढ़ने वाली है’, कुमार ने कहा.
गौरतलब है कि दिल्ली समेत देश के सभी एयरपोर्ट 25 मार्च से कोरोनावायरस के चलते यात्रियों की आवजाही के लिए बंद किये गए थे.
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