कोरोनावायरस महामारी पर लॉकडाउन के दौरान पीएम मोदी का तीसरा राष्ट्रीय संबोधन, जो कि एक बार फिर से मिल-जुलकर काम करने के लिए भारतीयों को प्रेरित करना पड़ा. इसकी आवश्यकता है, लेकिन मोदी को अपनी जबर्दस्त आत्मविश्वास बढ़ाने वाली शक्ति का उपयोग नागरिकों को डॉक्टरों की सुरक्षा, संक्रमण फैलने और अस्पताल की क्षमता पर किए जाने वाले विशेष कार्यों के बारे में आश्वस्त करने के लिए करना चाहिए.