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Friday, 20 December, 2024
होमविदेशकोरोनावायरस का तीसरा सबसे बड़ा केंद्र बना अमेरिका, स्पेन में मरनेवालों की संख्या हुई 7000

कोरोनावायरस का तीसरा सबसे बड़ा केंद्र बना अमेरिका, स्पेन में मरनेवालों की संख्या हुई 7000

चीन के वुहान से निकला कोरोना पूरी दुनिया में अब तक सात लाख से अधिक लोगों को अपनी चपेट में लिया है. जबकि 37000 से अधिक लोगों की इसने जान ले ली है.

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वाशिंगटन/स्पेन/रोम: कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. चीन के वुहान से निकला कोरोना पूरी दुनिया में अब तक सात लाख से अधिक लोगों को अपनी चपेट में लिया है. जबकि 37000 से अधिक लोगों की इसने जान ले ली है. पिछले 24 घंटे में स्पेन में 913 मौतों के साथ मृतकों की संख्या 7000, इटली में 812 मौतों के साथ 11000 और फ्रांस में 418 मौतों के साथ मृतकों की संख्या 3000 के पार हो गई.

फ्रांस में इस महामारी से एक दिन में हुई मौतों की यह सर्वाधिक संख्या है जिसके बाद मरने वालों का कुल आंकड़ा 3,024 पर पहुंच गया. सरकार ने रोजाना जारी होने वाले बुलेटिन में कहा कि फ्रांस में कोविड-19 के 20,946 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं जिनमें से 5,056 को गहन चिकित्सा कक्ष में रखा गया है.

अमेरिका तीसरा बड़ा केंद्र

इटली-स्पेन के बाद कोरोनावायरस का तीसरा सबसे बड़ा केंद्र अमेरिका बनने की कगार पर पहुंच गया है. पिछले तीन दिन में मरने वालों की संख्या 2400 को पार कर गई है, दुनिया भर में संक्रमितों का आंकड़ा सात लाख को पार कर गया. इसके बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुरी तरह प्रभावित न्यूयार्क क्षेत्र में लॉकडाउन के प्रस्ताव को फिलहाल खारिज कर दिया है.

समाचार एजेंसी एएफपी का हवाला देते हुए भाषा ने लिखा है अमेरिका में मरने वालों की संख्या बढ़कर 3000 से अधिक हो गई.

1000 बिस्तरों वाला नौसेना का एक जहाजी

कोरोना वायरस संकट से जूझ रहे न्यूयार्क के अस्पतालों को राहत प्रदान करने के लिए 1000 बिस्तरों वाला नौसेना का एक जहाजी अस्पताल शहर के बंदरगाह पर पहुंच गया है.

यूएसएनएस कंफर्ट जहाजी अस्पताल का उपयोग गैर कोरोना वायरस मरीजों के इलाज के लिए किया जाएगा जबकि शहर के अस्पताल कोविड-19 के मरीजों का उपचार करते रहेंगे.

गवर्नर एंड्रयू क्यूमो ने कहा कि इस जहाजी अस्पताल से शहर के अस्पतालों को राहत मिलेगी.

यह जहाज ऐसे वक्त पहुंच है जब न्यूयार्क प्रांत में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या महीने भर से भी कम समय में रविवार को 1000 के पार पहुंच गयी। यहां कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 776 हो गयी है.

वुहान के सीफूड मार्केट में सन्नाटा

चीन में वुहान के जिस सीफूड बाजार ने महामारी को जन्म देकर पूरी दुनिया को घुटने के बल ला दिया, वहां अब वीरानगी छायी हुई है.

हुआनान सीफूड मार्केट को देखने से इस बात का पर्याप्त सुराग मिलता है कि यहां कुछ जहरीला था. इलाके की पुलिस टेप से घेराबंदी की गयी है, जगह जगह बैरियर लगे हैं और कर्मचारी सिर से पांव तक सुरक्षा सूट पहने विशेष उपकरणों के साथ घूम रहे हैं .

पहले चीनी रोग नियंत्रण अधिकारियों ने इस बाजार में बिकने वाले जंगली जानवरों को कोरोना वायरस महामारी के स्रोत के रूप में पहचान की थी. इस महामारी से दुनिया में अब तक 33,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और वैश्विक अर्थव्यवस्था चरमरा गयी है.

जनवरी में चीन के इंटरनेट पर वायरल इस बाजार के एक व्यापारी द्वारा जारी मूल्य सूची में गंध बिलाव, चूहे, सांप, विशाल सालामैंडर और भेडि़ये के बच्चे समेत विभिन्न प्रकार का मांस शामिल बताया गया था.

पर्यावरण संरक्षणवादियों का कहना है कि यह वन्यजीवों का नृशंस व्यापार है और इसे चीनियों द्वारा अपने आहार का हिस्सा बनाये जाने से बढ़ावा मिला.

यह बाजार विभिन्न प्रकार के मांस की चाहत के लिए या फिर उसका पारंपरिक दवाओं में उपयोग के लिए वन्यजीवों की मांगों की पूर्ति करता है. हालांकि दवाओं के रूप में जानवरों के इस्तेमाल को विज्ञान मान्यता नहीं देता है.

वुहान के इस बाजार को महामारी फैलने के बाद जनवरी के प्रारंभ में सील कर दिया गया था और उसे संक्रमणरहित कर दिया गया.

रिपोर्टो में कहा गया है कि इस बाजार को हमेशा के लिए बंद कर दिया जाएगा लेकिन इसे पूरी तरह ध्वस्त करने की कोई योजना अभी घोषित नहीं की गई है.

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