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Sunday, 29 September, 2024
होमदेशबिना डॉक्टर की सलाह के हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन से कोविड 19 के इलाज पर आईएमसीआर ने दी चेतावनी

बिना डॉक्टर की सलाह के हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन से कोविड 19 के इलाज पर आईएमसीआर ने दी चेतावनी

आईसीएमआर महामारी विज्ञान के प्रमुख रमन गंगाखेडकर ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के उपयोग को ‘एक्सपेरीमेंटल’ बताया और कहा कि इसका उपयोग डॉक्टर की देखरेख के बिना नहीं किया जाना चाहिए.

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नई दिल्ली: इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने मंगलवार को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वाइन के एक बेकायदा इस्तेमाल पर चेतावनी दी, शीर्ष अनुसंधान निकाय ने कोरोनोवायरस के खिलाफ एक निवारक दवा के रूप में उपयोग करने के बारे में एक सलाह जारी करने के एक दिन बाद यह चेतावनी जारी की है.

आईसीएमआर महामारी विज्ञान के प्रमुख डॉ. रमन गंगाखेडकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मलेरिया-रोधी दवा के इस्तेमाल को ‘प्रायोगिक’ कहा, इसका उपयोग केवल स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं तक ही सीमित होना चाहिए, जो कि लैब-कन्फर्म मामलों के संपर्क में हों.

उन्होंने कहा, ‘डॉक्टर की देखरेख के बिना दवा नहीं ली जानी चाहिए’, आगे कहा कि 15 साल से कम उम्र और 60 से ऊपर वालों को ये दवा नहीं लेनी चाहिए.

गंगाखेडकर ने कहा कि आईसीएमआर अभी भी दवा के प्रभाव का अध्ययन कर रहा है और इसके व्यापक उपयोग से पहले सबूतों का मूल्यांकन करना होगा.

अमेरिका सहित कई देशों ने कोरोनोवायरस के फैलने के बीच जीवन रक्षक उपाय के रूप में इस दवा का उपयोग किया है. इसके प्रभाव को लेकर भ्रम पर सोमवार को, भारत की राष्ट्रीय टास्क फोर्स ने ‘आपातकालीन हालातों‘ के लिए अपने प्रतिबंधित उपयोग को मंजूरी दे दी.

इस्तेमाल को लेकर भ्रम

हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वाइन का उपयोग मलेरिया, वृक और संधिशोथ के इलाज के लिए किया जाता है लेकिन इसकी अधिकता विषाक्तता और यहां तक ​​कि मृत्यु का कारण बन सकती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को कोविड -19 परीक्षण पर दवा के दीर्घकालिक प्रभाव का आकलन करने के लिए नैदानिक ​​परीक्षण पूरा करना बाकी है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कोरोनोवायरस उपचार के लिए इस दवा का समर्थन करने के बाद, नाइजीरिया में क्लोरोक्वीन के ओवरडोज लेने की जानकारी सामने आई जो कि एक एनालॉग दवा जिसमें एक समान संरचना लेकिन विभिन्न रासायनिक और जैविक गुण होते हैं.

अमेरिका में विशेषज्ञ क्लोरोक्वीन के प्रभावकारिता को लेकर बंटे हुए हैं, जहां इसका पहले परीक्षण किया गया था, और इसकी ओवर-द-काउंटर बिक्री बंद हो गई.

भारत कोविड 19 की टेस्टिंग

प्रेस बैठक में गंगाखेडकर ने यह भी बताया कि देश में कोविज-19 जांच क्षमता बढ़ाने का भी उल्लेख किया, जिसमें 118 प्रयोगशालाओं को आईसीएमआर नेटवर्क में शामिल किया गया है. क्षमता अब एक दिन में 12,000 नमूनों लेने तक पहुंच गई है.

उन्होंने कहा, ‘पिछले पांच दिनों में, हमने एक दिन में 1,350 जांच की हैं,’ इसके अलावा, 22 निजी प्रयोगशालाओं को अब कोविड -19 टेस्ट के लिए आईसीएमआर के साथ पंजीकृत किया गया है और इसके पास 15,500 संग्रह केंद्र हैं. उन्होंने कहा, ‘हमने देश भर में कोविड -19 टेस्ट की पहुंच बढ़ाई है.’

(इस ख़बर के अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करेंं)

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