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Friday, 22 November, 2024
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कोरोना वायरस: दिल्ली में रेस्टोरेंट में बैठकर खाने और 20 से ज़्यादा लोगों के जुटने पर रोक

सीएम केजरीवाल ने भरोसा दिलाया कि कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति से निपटने के पर्याप्त कदम उठाए जा रहे हैं.

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नई दिल्ली: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कोरोना वायरस पर अपडेट देते हुए कहा कि दिल्ली में जिन्हें सेल्फ़ क्वारेंटीन के लिए कहा जा रहा है उनके हाथ पर मुहर लगाई जा रही है. उन्होंने ये भी कहा कि राजधानी में रेस्टोरेंट बंद रहेंगे.

सीएम केजरीवाल ने भरोसा दिलाया कि कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति से निपटने के पर्याप्त कदम उठाए जा रहे हैं. जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि अभी तक दिल्ली में कोरोना से 10 मामले आए हैं, जिनमें से छह मामले ही बचे हैं. इनमें से एक की मौत हो गई और तीन के ठीक हो जाने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया.

राजधानी की तैयारी पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, ‘हमारे पास क्वारेंटीन की 768 बेड हैं. इनमें से 67 पर मरीज़ हैं बाक़ी के 711 बेड ख़ाली हैं. आइसोलेशन बेड की संख्या 550 है इसके अलावा केंद्र के पास 95 ऐसे बेड हैं.’

बड़े फ़ैसले की घोषणा करते हुए सीएम बोले कि दिल्ली के रेस्टोरेंटों में बैठकर खाने पर रोक लगा दी गई है. हालांकि, टेक अवे यानी रेस्टोरेंट से खाना लेकर जाना और होम डिलीवरी जारी रहेगी. उन्होंने ये भी कहा कि जितने भी शिक्षण संस्थान हैं उन सबको बंद कर दिया गया है. शिक्षण संस्थानों से जुड़े सब घर से काम करेंगे. दिल्ली सरकार इससे जुड़ा एक नोटिस पहले ही जारी कर चुकी है. उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट से आने वाले लोगों के हाथ पर स्टैंप लगाया जा रहा है और उन्हें सेल्फ़ क्वारेंटीन करने को कहा जा रहा है.

आपको बता दें कि कई ऐसे लोग जो कोरोना वायरस से पीड़ित हैं या जिनके ऊपर पीड़ित होने का शक है. उनके विभिन्न कारणों से हॉस्पिटल से भागने की भी जानकारी सामने आई है. इससे जुड़े एक सवाल पर सीएम ने कहा कि दिल्ली में कोई भी क्वारेंटीन से कोई नहीं भागा है. उन्होंने कहा, ‘स्टैंप वाला कोई व्यक्ति धूमता मिले तो उसे घर जाने को कहें. अगर ऐसा कोई व्यक्ति नहीं मानता तो उसके ख़िलाफ़ सख़्त कदम उठाए जाएंगे. एफआईआर भी की जा सकती है.

साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि दिल्ली में सभी सरकारी और निजी गाड़ियों का डिसइंफेक्शन किया जा रहा है. सीएम ने प्राइवेट कंपनियों के अपील की कि वो उनके कर्मचारियों से घर से काम करने को कहें.

वहीं, वरिष्ठ नागरिकों से अपील है कि वो बिल्कुल घर से मत निकलें. उन्हें सबसे ज़्यादा ख़तरा है. उठाए गए ताज़ा कदमों से तहत दिल्ली में 20 से ज़्यादा लोगों को एक जगह इक्ट्ठा नहीं होने दिया जाएगा.

सीएम ने अपील करते हुए कहा, ‘घबराने की ज़रूरत नहीं है. कल (बृहस्पतिवार को) ऐसी ही घबराहट में दिल्ली के सफ़दरजंग हॉस्पिटल में एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली. ये बीमारी जान नहीं ले रही. ज़्यादातर लोग ठीक हो जा रहे हैं. ये बीमारी खांसने और छींकने से फैल रही है.’

फिर उन्होंने जागरूकता से जुड़ी जानकारी देते हुए कहा कि जिसे कोरोना है अगर वो छींक या ख़ास देता है तो उससे भीतर मौजूद वायरस आस-पास की जगह पर गिर जाता है. हार्ड सरफेस पर ये वायरस चौबीस घंटे और सॉफ़्ट सरफेस पर छह से सात घंटे तक टिकता है. ये आंख, नाक और कान से शरीर में घुसता है.

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में अगर ज़रूरत पड़ी तो दिल्ली सरकार कामगार लोगों को राहत देने से जुड़ा फ़ैसला लेगी. उन्होंने ये भी अपील की कि घबराहट में बहुत ज़्यादा चीज़ों की खरीददारी करने की ज़रूरत नहीं है.

उन्होंने भरोसा दिलाते हुए कहा कि केंद्र और राज्य ने बहुत अच्छा काम किया है. हम चौकन्ने रहे, तो हम इस विपदा से पार पा जाएगे. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि दिल्ली सरकार हॉस्पिटलों में वेंटिलेटर जैसी चीजें को दुरुस्त करने का काम कर रही है.

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