अंकारा: सीरिया के इदलिब प्रांत में हवाई हमले में तुर्की के कम से कम 33 सैनिक मारे गए. इस हमले का आरोप सीरिया की बशर अल-असद सरकार पर लगाया जा रहा है.
नाटो प्रमुख जेन स्टोल्टेनबर्ग ने असद सरकार और रूस द्वारा अंधाधुंध किए हमलों की निंदा की है.
सीरिया के सीमावर्ती तुर्किश प्रांत हाते के गवर्नर रहमी दोगन ने शुक्रवार को कहा कि दर्जनों और सैनिक घायल हुए हैं तथा उनका तुर्की के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है.
उत्तर-पश्चिमी इदलिब में यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब बागी समर्थक अंकारा और दमिश्क के सहयोगी मॉस्को के बीच तनाव बढ़ गया है.
स्टोल्टेनबर्ग के प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा कि नाटो प्रमुख ने सभी पक्षों से इस खतरनाक स्थिति में सुधार लाने का अनुरोध किया है.
तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लू से फोन पर हुई बातचीत में नाटो महासचिव ने इदलिब प्रांत में सीरिया सरकार और उसके सहयोगी रूस के अंधाधुंध हवाई हमलों की निंदा की.
तुर्की ने इदलिब में उसकी पर्यवेक्षक चौकियों से सैनिकों को हटाने का सीरिया सरकार से अनुरोध किया जबकि मॉस्को ने अंकारा पर सीरिया में आतंकवादियों को मदद पहुंचाने का आरोप लगाया है.
2018 के एक समझौते के अनुसार रूस को इदलिब में शांति लानी थी. तुर्की की उस क्षेत्र में 12 पर्यवेक्षक चौकियां हैं लेकिन इनमें से अधिकांश चौकियों पर सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद की सेना हमला करती रही है.
तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने इदलिब हमले के बाद अंकारा में आनन-फानन में आपात बैठक बुलाई.
एर्दोआन के शीर्ष प्रेस सहायक फहरेत्तिन अल्तुन ने बताया कि तुर्की की सेना ने हवाई हमले के बाद सीरिया सरकार के सभी ज्ञात ठिकानों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की.
इस ताजा हमले का मतलब है कि इस महीने इदलिब में तुर्की के 53 सुरक्षाकर्मी मारे जा चुके हैं.
इस बीच, अमेरिका ने सीरिया सरकार और उसके सहयोगी रूस से इदलिब में अपना घिनौना अभियान बंद करने की मांग की और तुर्की का समर्थन किया.
विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘हम अपने नाटो सहयोगी तुर्की के साथ हैं तथा असद सरकार, रूस तथा ईरान समर्थित बलों के इस घिनौने अभियान को फौरन खत्म करने की मांग करते रहेंगे.’
उन्होंने कहा, ‘हम इन विकल्पों पर गौर कर रहे हैं कि कैसे इस संकट में तुर्की को सहयोग दिया जा सकता है.’