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Friday, 22 November, 2024
होमदेशउत्तर प्रदेश के सोनभद्र में तीन हज़ार टन सोना मिलने का अनुमान: जीएसआई

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में तीन हज़ार टन सोना मिलने का अनुमान: जीएसआई

जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने वर्ष 1992-93 से ही सोनभद्र में सोना ढूंढने का काम शुरू किया था. इन ब्लॉकों की नीलामी का काम ईटेंडरिंग के जरिए जल्द शुरू किया जाएगा.

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नई दिल्ली: जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) ने उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में धरती के गर्भ में तकरीबन 3000 टन सोने की मौजूदगी का पता लगाया है. यह देश के मौजूदा कुल स्वर्ण रिजर्व के तकरीबन 5 गुना के बराबर है.

सोनभद्र के जिला खनन अधिकारी के के राय ने शनिवार को बताया कि जीएसआई ने सोन पहाड़ी और हरदी इलाकों में लगभग 3000 टन सोने की मौजूदगी का पता लगाया है.

उन्होंने बताया कि जीएसआई ने वर्ष 1992-93 से ही सोनभद्र में सोना ढूंढने का काम शुरू किया था. अब इन ब्लॉकों की नीलामी का काम ई-टेंडरिंग के जरिए जल्द शुरू किया जाएगा.

राय ने बताया कि सोन पहाड़ी में जमीन के अंदर लगभग 2943.26 टन और हरदी ब्लॉक में करीब 646.16 किलोग्राम सोना होने का अनुमान है.

उन्होंने बताया कि सोने के अलावा कुछ अन्य खनिज तत्व भी इन इलाकों में पाए गए हैं.

सोनभद्र में पाया गया यह सोना भारत के कुल स्वर्ण कोष का लगभग 5 गुना है जिसकी कीमत तकरीबन 12 लाख करोड़ रुपए होगी। विश्व स्वर्ण परिषद के मुताबिक भारत के पास इस वक्त 626 टन गोल्ड रिजर्व है.

माना जाता है कि सोनभद्र में सोना ढूंढने का काम सबसे पहले अंग्रेजों ने शुरू किया था.

उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा जिला सोनभद्र चार राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार की सीमाओं से लगा हुआ है.

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