नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भारतीय जनता के स्टार प्रचारक हैं और दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दिल्ली में जमकर रैलियां कर रहे हैं. रविवार को वह बदरपुर विधानसभा क्षेत्र में भारी हुजूम के बीच उन्होंने एकबार फिर दिल्ली के मुख्यमंत्री पर निशाना साधा. योगी ने कहा आज शाहीन बाग में जो लोग नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं केजरीवाल उन्हें बिरयानी पहुंचवा रहे हैं.
सीएए का नहीं राम मंदिर का है विरोध
भाजपा के स्टार प्रचारक योगी आदित्यनाथ ने बदरपुर की रैली में यह भी कहा, शाहीन बाग का प्रदर्शन तो एक बहाना है, वह तो इस बहाने से जम्मू कश्मीर में हटाए गए अनुच्छेद 370 और अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का विरोध कर रहे हैं.
सीए योगी ने जनसभा को संबोधित करते हुए यह भी कहा, ‘जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान जब समाप्त किये गए थे तभी से पाकिस्तान और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल को दर्द हो रहा है.’
योगी आदित्यनाथ ने साथ ही शाहीनबाग प्रदर्शन को ‘शांति और सामान्य जीवन में खलल डालने का एक दुर्भावनापूर्ण प्रयास’ करार दिया.
उन्होंने कहा कि दिल्ली चुनावों में एक ओर नरेंद्र मोदी का नेतृत्व विकास और राष्ट्रवाद के समर्थन में खड़ा है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस और केजरीवाल हैं जो ‘विभाजनकारी ताकतों का समर्थन करते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘भाजपा आतंकवाद बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करने की नीति पर काम कर रही है लेकिन केजरीवाल शाहीनबाग को प्रायोजित कर रहे हैं और वहां बिरयानी पहुंचा रहे हैं.’
बदरपुर इलाके में योगी को सुनने के लिए हजारों की संख्या में लोग एकत्रित हुए थे. कई-कई बार वहां जय श्री राम का नारा भी लोगों ने लगाया.
सीएम योगी रैली में नियत समय से काफी लेट पहुंचे और उन्होंने आते ही लोगों से कहा, मैं 5 बजे आपके बीच आ जाता लेकिन शाहीन बाग के धरने के कारण कैसे दिल्ली की व्यवस्था को छिन्न भिन्न करने का प्रयास किया जा रहा है.
प्रदर्शनकारियों को बच्चों से नहीं है मतलब
योगी ने कहा, दिल्ली और नोएडा के हजारों युवा लोग रोजगार के लिए नोयडा और ग्रेटर नोयडा जाते है. इस प्रदर्शन के कारण हजारों लोग तकलीफ का सामना कर रहे हैं. नौजवान ड्यूटी पर नहीं पहुंच पारहे हैं, बच्चे स्कूल समय पर नहीं पहुंच पा रहे हैं.बोर्ड की परीक्षा होनी है बच्चों की लेकिन प्रदर्शनकारियों को इससे क्या मतलब की हजारों लोग उनकी वजह से परेशान हो रहे हैं. उस प्रदर्शन की वजह से युवा ऑफिस देरी से पहुंच रहे हैं और मल्टीनेशनल कंपनिया उनके वेतन में भारी कटौती कर रही है. यानी शाहीन बाग के धरने का मतलब अव्यवस्था और अराजकता को बढ़ावा देना. इससे लगने वाले जाम को ख़ुद मैने देखा है.
उन्होंने कहा, ‘भारत माता जय का नारा इतनी जोर से लगाइए की इसकी गूंज शाहीन बाग तक सुनाई दे.’
2 दिन पहले केजरीवाल भी कर चुके है रोड शो
जनसभा में बदरपुर विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी रामवीर सिंह बिदुड़ी ने कहा, शाहीन बाग में घुसपैठिए बैठे है. सिंह ने जनसभा में मौजूद लोगों से नारे लगाते हुए कहा कि भारत माता जय के नारे इतने जोर से लगाओ की यहां से 2 किलोमीटर दूर धरने पर बैठे लोगों तक इसकी आवाज़ जाए.
जनसभा में शामिल होने आए सरिता विहार के स्थानीय व्यापारी उदय सिंह ने दिप्रिंट से कहा, ‘ दोपहर 2.30 बजे से हम लोग योगी जी का इंतजार कर रहे है. पहले यह रैली 4 बजे होनी थी लेकिन फिर किसी कारण से लेट हो गई.’
बदरपुर विधानसभा के स्थानीय निवासी वासुदेव रावत ने दिप्रिंट से कहा, इस क्षेत्र में आप के उम्मीदवार रामसिंह और बीजेपी उम्मीदवार के बीच कड़ी टक्कर है. आप के उम्मीदवार के समर्थन के लिए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी इस जगह रोड शो कर चुके हैं.
आप सरकार शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को ‘बिरयानी दे रही है’
इससे पहले उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को दिल्ली में चुनावी रैलियां की थी. इस रैली में योगी ने संशोधित नागरिकता कानून का विरोध करने वालों की कड़ी निंदा करते हुए आरोप लगाया कि कश्मीर में आतंकवादियों का समर्थन करने वाले लोग ही शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे हैं और ‘आजादी’ के नारे लगा रहे हैं.
योगी ने चुनावी सभा में अपने भाषण में कहा था,’उनके (प्रदर्शनकारियों के) पूर्वजों ने भारत को विभाजित किया, इसलिए उन लोगों को इस उभरते ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ से दिक्कत है.’
उन्होंने आम आदमी पार्टी सरकार की भी यह कहते हुए आलोचना की कि वह शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों को ‘बिरयानी दे रही’ है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दिल्ली सीएम केजरीवाल पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि वह और उनकी पार्टी शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों के साथ है तथा पाकिस्तान के एक मंत्री एवं आप एक ही सुर में बोल रहे हैं.
उन्होंने पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद हुसैन द्वारा दिल्ली चुनाव पर किये गये ट्वीट का हवाला देते हुए कहा,’ऐसा कैसे हुआ? हमें नहीं पता कि उनके संबंध कहां-कहां हैं?’
केजरीवाल ने शुक्रवार को यह कहते हुए फवाद को जवाब दिया था कि दिल्ली का चुनाव भारत का अंदरूनी मामला है और पाकिस्तान का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.