नई दिल्ली : माकपा की वरिष्ठ नेता बृंदा करात ने केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा के विवादित बयान मामले में दिल्ली पुलिस से तत्काल एफआईआर दर्ज करने और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ शाहीन बाग में जुटे प्रदर्शनकारियों को जबरन हटाने की धमकी देने वाले संगठन हिंदू सेना के खिलाफ एहतियाती कदम उठाने की मांग की है.
करात ने बुधवार को दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक को पत्र लिखकर दिल्ली विधानसभा चुनाव में ठाकुर और वर्मा के विवादित बयान की शिकायत की थी. उन्होंने दोनों भाजपा नेताओं द्वारा धार्मिक शत्रुता फैलाने तथा राष्ट्रीय एकता को खतरा पैदा करने वाले बयान देने की शिकायत पर मामला दर्ज करने की मांग की थी.
करात ने शिकायत के दो दिन बाद भी इस मामले में पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं होने पर शुक्रवार को पटनायक को पत्र लिखकर ठाकुर और वर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और हिंदू सेना की गतिविधियों को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने की मांग की है.
उन्होंने पत्र में कहा दोनों भाजपा नेताओं के विवादित बयानों से स्पष्ट है कि उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धारोओं के तहत आपराधिक मामला बनता है. करात ने पुलिस द्वारा इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं किये जाने को दुखद बताया.
माकपा नेता ने हिंदू सेना द्वारा शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को दो फरवरी को जबरन हटाने की घोषणा का जिक्र करते हुये कहा कि इससे समूचे इलाके में भय व्याप्त हो गया है. इसके मद्देनजर लोगों को भय के माहौल से बाहर निकालने के लिये यह जरूरी हो जाता है कि पुलिस हिंदू सेना की गतिविधियों को रोकने के लिये एहतियाती कदम उठाये.