नई दिल्ली: केंद्र सरकार के बाद अब विश्व हिन्दू परिषद भी नागरिक संशोधन विधेयक के समर्थन में देशभर में जनजागृति अभियान चलाएगा. वीएचपी देश की जनता को बताएगी की कानून क्या है और पूछेगी कि लोग इसका विरोध क्यों कर रहे हैं?
विहिप के अंतर्राष्ट्रीय महासचिव श्री मिलिंद परांडे ने कहा, ‘नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में किए जा रहे कथित प्रदर्शनों की आड़ में जो हिंसा देश भर में हो रही है, वह अब असहनीय बनती जा रहा है.’
इन प्रदर्शनों पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विहीप नेता परांडे ने कहा, ‘जहां एक ओर झारखंड के लोहरदगा जैसे क्षेत्रों में हिन्दुओं पर सरेआम प्राणघातक हमले हो रहे हैं वहीं, राजधानी दिल्ली भी हिंसा से अछूती नहीं रही है.’
‘इन कथित प्रदर्शनों के चलते दिल्ली में जगह-जगह लाखों लोगों द्वारा दैनिक प्रयोग के महत्वपूर्ण मार्गों व पार्कों पर न सिर्फ अनाधिकृत कब्जे हो रहे हैं बल्कि मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में गैर-मुसलमानों/ हिन्दुओं का जीना भी दूभर हो चुका है.’
उन्होंने यह भी कहा, ‘जिस कानून का किसी भी भारतीय समुदाय की नागरिकता से कोई लेना-देना है ही नहीं, उसके नाम पर, कांग्रेस सहित कुछ अन्य अल्पसंख्यक तुष्टीकरण करने वाले राजनैतिक दल तथा भारत विरोधी शक्तियां जनता को भ्रमित करने का एक खरतनाक खेल खेल रहे हैं, जिसे अबिलम्ब रोक कर उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करना नितांत आवश्यक है.’
‘कई जगह देखने को मिल रहा है कि सीएए के समर्थन में अगर कोई निकलता है तो मुस्लिमो की भीड़ उनके घरों पर हमला करती है.’
सीएए का भारत के नागरिकों से संबंध नहीं है. भारत के मुस्लिमों का नागरिकता छीनने का कोई प्रश्न ही सीएए में नहीं है. सीएए के विरोध में कुछ राजनीतिक दल अल्पसंख्यक तुष्टिकरण के लिए आगे आ रहे है. वहीं कुछ देश विरोधी शक्तियां एकत्र हो रही हैं.
पिछले एक महीने से भी अधिक समय से दिल्ली नोएडा बॉर्डर पर बसे शाहीन बाग इलाके में चल रहे महिलाओं के प्रदर्शन की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित किया. पिछले दिनों एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें जिन्ना की आज़ादी वाले नारे लगे थे. महिलाओं द्वारा चलाए जा रहे इस सीएए के इस विरोध प्रदर्शन की वजह से शाहीन बाग के आस-पास के इलाकों में नोएडा आने-जाने वालों से लेकर स्कूली छात्र-छात्राओं को काफी तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है.इस प्रदर्शन को उठाने के लिए सरिता विहार के लोगों ने प्रदर्शन भी किया था.
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वीएचपी नेता परांडे ने इस प्रदर्शन पर कहा, ‘दिल्ली के ही शाहीन बाग में मनमानी चल रही है. लाखों लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा है.’
दिल्ली के शाहीन बाग़ व खुरेजी का जिक्र करते हुए परांडे ने कहा, ‘एक ओर शाहीन बाग़ में गत सवा माह से उत्तर-प्रदेश से जोड़ने वाले मुख्य मार्ग के आवागमन को अवैध रूप से रोक कर वहां हिंदू-द्रोही व देश विरोधी नारे लगा कर लोगों को भड़काया जा रहा है, तो पूर्वी दिल्ली के खुरेजी के विवेकानंद आश्रम पर पथराव के साथ उसके पास वाले डीडीए पार्क की सरकारी भूमि में गुपचुप तरीके से मस्जिद निर्माण के प्रयास किए जा रहे हैं. इन्हें भी रोका जाना अत्यंत आवश्यक है.
‘वहां आज़ादी की क्या-क्या घोषणाएं हो रही है. कश्मीर के लिए आज़ादी को घोषणा हो रही है. जिन विषयों का संबंध नहीं है, ऐसे लोग सीएए के विरोध में एकत्र आ रहे हैं.’
‘यहां जो सारा चित्र दिख रहा है इससे ऐसा लग रहा है जो समाज तोड़ने वाली शक्तियां आगे आ रही है वह सीधा-सीधा हिंसा का उपयोग कर रही हैं.’
उन्होंने कहा, हमारी मांग है, ‘इस मामले में जो राष्ट्रीय संपत्ति का नुकसान कर रहे हैं और हिंसा कर रहे हैं, उनलोगों पर कठोरता से कार्रवाई होनी चाहिए. पिछले एक महीने से एक गाइडेड विरोध प्रदर्शन चल है. जो राजनीतिक दल और राजनीतिक नेता हिंसा को प्रोत्साहन दे रहे हैं वह इस देश के लिए बहुत खराब काम कर रहे है. इसलिए विश्व हिन्दू परिषद देशभर में सीएए क्या है और उसके बारे में जनजागृति अभियान चलाएंगे..