नयी दिल्ली: इक्विटी से जुड़ी म्यूचुअल फंड योजनाओं में निवेशकों ने 2019 में करीब 75,000 करोड़ रुपये लगाये. यह 2018 की तुलना में 41 प्रतिशत कम रहा है. विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार में उतार-चढ़ाव और अर्थव्यवस्था में सुस्ती की वजह से इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश नीचे आया है. हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इक्विटी से जुड़ी म्यूचुअल फंड योजनाएं इस साल निवेशकों को आकर्षित कर सकती हैं क्योंकि बाजार के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीदें हैं.
एसबीआई म्यूचुअल फंड के प्रबंध निदेशक (एमडी) एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अश्वनी भाटिया ने कहा, ‘कुछ और समय के लिये बाजार में उथल-पुथल जारी रहने का अनुमान है और हमारा मानना है कि निवेशक इससे फायदा उठाना चाहेंगे और इसका इस्तेमाल धन सृजन में करना चाहेंगे. हमारा मानना है कि इक्विटी फंड समेत म्यूचुअल फंड की सभी श्रेणियों में ठीक वृद्धि देखने को मिलेगी.’
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के आंकड़ों के अनुसार, इक्विटी और इससे जुड़ी बचत योजनाओं (ईएलएसएस) में 2019 में 74,870 करोड़ रुपये का निवेश आया. यह 2018 में 1.2 लाख करोड़ रुपये रहा था. इससे पहले यह निवेश 2017 में 1.33 लाख करोड़ रुपये और 2016 में 51 हजार करोड़ रुपये रहा था.
एलएंडटी म्यूचुअल फंड के प्रमुख कैलाश कुलकर्णी ने कहा कि बाजार में भारी उतार-चढ़ाव के चलते 2019 में इक्विटी योजनाओं में पिछले कुछ साल की तुलना में नरमी देखी गयी. इक्विटी म्यूचुअल फंड प्र बंधित कुल संपत्तियां 2018 के दिसंबर अंत में 7.87 लाख करोड़ रुपये थीं , जो दिसंबर, 2019 में बढ़कर 8.04 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गयीं.