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Tuesday, 5 November, 2024
होमदेशपिछले कुछ हफ्तों में जो कहा गया उसके बावजूद सरकार चाहती है कि विश्वविद्यालय सुरक्षित रहे: सीतारमण

पिछले कुछ हफ्तों में जो कहा गया उसके बावजूद सरकार चाहती है कि विश्वविद्यालय सुरक्षित रहे: सीतारमण

जयशंकर ने ट्वीट किया, 'जेएनयू में जो हुआ उसकी तस्वीरें देखीं. हिंसा की स्पष्ट तौर पर निंदा करते हैं. यह विश्वविद्यालय की संस्कृति एवं परंपरा के पूरी तरह खिलाफ है.'

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नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में रविवार की शाम हुई हिंसा की निंदा की. दोनों ही मंत्री जेएनयू के पूर्व छात्र हैं.

सीतारमण ने कहा कि सरकार चाहती है कि विश्वविद्यालय छात्रों के लिए सुरक्षित स्थान रहें.

जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘जेएनयू में जो हुआ उसकी तस्वीरें देखीं. हिंसा की स्पष्ट तौर पर निंदा करते हैं. यह विश्वविद्यालय की संस्कृति एवं परंपरा के पूरी तरह खिलाफ है.’

सीतारमण ने ट्वीट किया, ‘जेएनयू से बहुत ही खौफनाक तस्वीरें सामने आईं हैं – वह जगह जिसे मैं जानती हूं और ऐसी जगह के तौर पर याद करती हूं जिसे निर्भीक चर्चाओं एवं विचारों के लिए याद किया जाता था, लेकिन हिंसा कभी नहीं. मैं आज हुई हिंसा की स्पष्ट तौर पर निंदा करती हूं. यह सरकार, पिछले कुछ हफ्तों में जो कुछ कहा गया उसके बावजूद, चाहती है कि विश्वविद्यालय सभी छात्रों के लिए सुरक्षित रहें.’

वाम नियंत्रित जेएनयू छात्र संघ और एबीवीपी ने हिंसा के लिए एक-दूसरे को दोषी ठहराया जो करीब दो घंटे तक जारी रही.

जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष के सिर पर चोट आई है.

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