हैदराबाद: एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल किया कि हरियाणा में जाट आंदोलन के दौरान सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों से भरपाई के लिए धन क्यों नहीं लिया गया था जबकि संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में हाल में हुए प्रदर्शनों के संबंध में उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार प्रदर्शनकारियों से धन वसूलने की बात कर रही है.
ओवैसी ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ शनिवार रात को यहां संगारेड्डी में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को भारतीय मुसलमानों की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है.
उन्होंने घोषणा की कि यहां संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ 25 जनवरी को चारमीनार पर एक सभा होगी. उन्होंने कहा, ‘हम 25 जनवरी की आधी रात को तिरंगा फहराएंगे और राष्ट्रगान गाएंगे. यह बैठक संविधान और देश को बचाने के लिए होगी.’
उन्होंने कहा कि सीएए के खिलाफ हैदराबाद में 10 जनवरी को शांतिपूर्ण मार्च निकाला जाएगा.
ओवैसी ने दावा किया कि 2015 में हरियाणा में जाट आंदोलन में 2000 करोड़ रुपए की सम्पत्ति का नुकसान हुआ था.
ओवैसी ने कहा, ‘2000 करोड़ रुपए का नुकसान. मोदी जी, आपने कितने लोगों से पैसे लिए? क्या आपने उन लोगों से धन लिया? एक भी पैसा नहीं लिया गया. क्यों? आपने इसलिए ऐसा नहीं किया, क्योंकि वे मुसलमान नहीं थे. यह क्या संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन नहीं है?’
उन्होंने सवाल किया कि गुजरात में पटेल आंदोलन के दौरान कितना धन वसूला गया.
ओवैसी ने कहा, ‘आप यह अन्याय क्यों कर रहे हैं कि आप गुजरात के लोगों से धन नहीं लेंगे लेकिन मुसलमानों से धन वसूलेंगे.’
उन्होंने कहा, ‘… 14.50 लाख रुपए बरामद करने के लिए मुसलमानों की सम्पत्तियां जब्त की गई, (उन्हें उत्तर प्रदेश में) बंद किया गया.’
ओवैसी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के एक वीडियो का जिक्र करते हुए कहा कि खान ने एक बांग्लादेशी वीडियो पोस्ट करके उसे भारत से संबंधित वीडियो होने का झूठा दावा किया.
उन्होंने कहा, ‘श्री खान, आप अपने देश की चिंता कीजिए. श्री खान, हम आपको बताना चाहते हैं, हमें कभी याद भी नहीं कीजिए. हमने जिन्ना के गलत सिद्धांत, संदेश को खारिज कर दिया है. हमें भारतीय मुसलमान होने पर गर्व है और हम इंशाल्लाह अपने जीवन के अंतिम दिन तक गर्वित भारतीय मुसलमान रहेंगे.’
उन्होंने कहा, ‘दुनिया की कोई ताकत हमसे हमारी भारतीयता नहीं छीन सकती. दुनिया की कोई ताकत मेरी धार्मिक पहचान मुझसे नहीं छीन सकती, क्योंकि भारत का संविधान मुझे इसकी गारंटी देता है.’
ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को पाकिस्तान में सिखों की रक्षा करनी चाहिए और सिख गुरुद्वारे पर हमले करने वालों को रोकना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘हम पाकिस्तान, अफगनिस्तान और बांग्लादेश में सताए गए हिंदुओं, ईसाइयों, सिखों को नागरिकता देने के खिलाफ नहीं हैं…लेकिन आप धर्म के नाम पर ऐसा क्यों कर रहे हैं.’