नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अभिनेता अमिताभ बच्चन को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया . रविवार को जब अमिताभ फिल्मी दुनिया का सर्वोच्च पुरस्कार लेने राष्ट्रपति भवन पहुंचे तब उनकी पत्नी जया और बेटे अभिषेक बच्चन साथ थे.
अमिताभ बच्चन पिछले दिनों 23 दिसंबर को दिए गए 66 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में स्वास्थ्य कारणों की वजह से उपस्थित नहीं हो पाए थे. डॉक्टरों ने उन्हें सफर न करने की हिदायत दी थी.
अमिताभ ने ट्वीट कर अपने स्वास्थ्य की जानकारी दी थी. उन्होंने ट्वीट किया था, ‘बुखार है… ! यात्रा की इजाजत नहीं है…दिल्ली में कल राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में शामिल नहीं हो पाउंगा…बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है…मुझे अफसोस है….’
रविवार को जब अमिताभ काले प्रिंस कोट में पहुंचे. अमिताभ बच्चन ने इस दौरान कहा, ‘जब इस पुरस्कार की घोषणा हुई तो मेरे अंदर एक संदेह उठा कि कहीं यह मेरे लिए यह संकेत तो नहीं कि अब बस आपने बहुत काम कर लिया. अब घर बैठ कर आराम कर लीजिए. क्यूंकि अभी भी थोड़ा काम बाकी है जिसे मुझे पूरा करना है.’
बता दें कि अमिताभ जहां हिंदी सिनेमा में 50 साल के हो चुके हैं वहीं उनकी उम्र 77 साल की है. अमिताभ की पहली फिल्म ‘सात हिंदुस्तानी’ थी, जो 1969 में रिलीज हुई थी.
#WATCH: Amitabh Bachchan says,"Jab iss puruskar ki ghoshna hui to mere mann mein ek sandeh utha. Ki kya kahin ye sanket hai mere liye ki bhai sahab aapne bahut kaam kar liya, ab ghar baith ke aaram kar lijiye. Kyunki abhi bhi thoda kaam baki hai jise mujhe poora karna hai." pic.twitter.com/pdKXH2RSfr
— ANI (@ANI) December 29, 2019
1969 में शुरू हुए दादा साहेब फाल्के पुरस्कार का नाम धुंडीराज गोविंद फाल्के के नाम पर रखा गया है जिन्हें भारतीय सिनेमा का जनक कहा जाता है. इस पुरस्कार के तहत एक स्वर्ण कमल, एक शॉल और 10,00,000 रुपये नकद प्रदान किए जाते हैं.
2017 में यह पुरस्कार दिवंगत अभिनेता विनोद खन्ना को दिया गया था.