लखनऊ/मुज्जफरनगर: उत्तर प्रदेश के स्कूलों में नौनिहालों को दिए जाने वाले मिड डे मील में अनिमियतता कम होने का नाम नहीं ले रही है. बीते सितंबर के महीने में मिर्जापुर के एक प्राइमरी स्कूल का नमक रोटी कांड काफी चर्चा में रहा था. वहीं पिछले दिनों सोनभद्रा में एक लीटर दूध को एक बाल्टी पानी में मिलाए जाने का मामले ने सुर्खियां बटोरी थीं..अभी यह मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि मुज्जफरनगर में मिड डे मील में अनियमितता का मामला सामने आया है. यहां जनता इंटर कॉलेज मुस्तफाबाद पचेंडा में बच्चों को परोसे गए मिड डे मील में मरा हुआ चूहा मिला है. जिसे खाने से 9 बच्चों की हालत बिगड़ गई है. सूचना मिलते ही कॉलेज प्रशासन में हड़कंप मच गया है.
जानकारी के मुताबिक, कॉलेज में युवा कल्याण सेवा समिति गैर सरकारी संस्था (एनजीओ) के माध्यम से मिड डे मील परोसा जाता है. मंगलवार सुबह एनजीओ कर्मी ने एक शिक्षक समेत 9 बच्चों को मिड डे मील खाने के लिए दिया. मिड डे मील परोसने के दौरान एक बच्चे के बर्तन में मरा हुआ चूहा दिखाई दिया जिससे छात्रों और शिक्षकों में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में मिड डे मील को सील कर दिया. साथ ही सभी बच्चों से खाना वापस लिया गया लेकिन तब एक शिक्षक समेत 9 बच्चों ने मिड डे मील चख लिया था. इस दौरान इनमें से दो-तीन बच्चों को उल्टी आने पर कॉलेज प्रशासन ने 9 बच्चों और शिक्षक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है.
मुजफ्फरनगर के सरकारी स्कूल में परोसे जा रहे मिड डे मील में मरा हुआ चूहा मिलने के बाद राज्य के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा, ‘शुरुआती जांच में पता चला है कि खाना एक एनजीओ द्वारा सप्लाई किया जा रहा था. हमने उस एनजीओ को ब्लैक लिस्ट कर दिया है और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई है. पूरी इन्क्वायरी के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.’
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बीएसए रामसागर पति त्रिपाठी ने मामले का संज्ञान लेते हुए मिड डे मील के जिला कोऑर्डिनेटर विकास त्यागी को जांच के लिए मौके पर भेजा. साथ ही आपूर्ति करने वाली एनजीओ के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मिड डे मील विकास प्राधिकरण को पत्र भेजा है. मिड डे मील में मरा हुआ चूहा मिलने की घटना से कॉलेज प्रशासन सकते में है. बताया जा रहा है कि कई अभिभावक बच्चों को अपने साथ घर भी ले गए हैं.
कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ विनोद कुमार ने मीडिया को बताया कि 9 बच्चों को जिला अस्पताल भेजा गया है मिड डे मील शुरुआत में एक शिक्षक ने भी चखा था, उन्हें भी अस्पताल भेजा गया है. उन्होंने बताया कि एनजीओ युवा कल्याण सेवा समिति कुकड़ा में मिड डे मील तैयार कर यहां पर सप्लाई करती है. वहीं बीएसए राम सागर पति त्रिपाठी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.
एक लीटर पानी में दूध मिलाकर 81 बच्चों को पिलाया
बीते दिनों सोनभद्र में भी मिड डे मील में अनियमितता का मामला सामने आया था. दरअसल यहां के चोपन ब्लाक स्थित सलईबनवा प्राथमिक स्कूस में बच्चों को मेन्यू के मुताबिक दूध देते समय एक लीटर दूध में एक बाल्टी पानी मिलाया गया और उसे 81 बच्चों को बांटा गया. दूध में पानी मिलाने का वीडियो भी सामने आया जिससे शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया
Sonbhadra: One bucket of water was allegedly mixed into 1 litre of milk to serve 85 students in mid day meal at Salai Banwa Primary School in Kota village. Asst Basic Shiksha Adhikari says, "I am investigating the matter, Action will be taken against the culprits." (27.11.2019) pic.twitter.com/aq1445EgJA
— ANI UP (@ANINewsUP) November 29, 2019
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद
जब इसकी सूचना अधिकारियों तक पहुंची तो बच्चों को दोबारा दूध बांटा गया. इसके बाद बीएसए ने प्राथमिक स्कूल सलईबनवा पहुंचकर आरोपी शिक्षामित्र को हटा दिया. वीडियो में देखा जा सकता है कि मिड डे मील के मेन्यू के अनुसार दूध देते समय एक बाल्टी पानी में एक लीटर दूध मिलाकर गर्म किया गया और उसे बच्चों को बांट दिया गया.
चर्चा में रहा था मिर्जापुर मिड डे मील कांड
सितंबर माह में मिर्जापुर के प्राइमरी स्कूल के बच्चों को नमक के साथ रोटी खिलाने का मामला सामने आया था. इसको लेकर प्रशासन और सरकार की जमकर किरकिरी हुई थी. साथ ही मामले में कई लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई थी. इसके बाद पुलिस ने मामले का खुलासा करने वाले स्थानीय पत्रकार के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज कर ली थी. गलत साक्ष्य बनाकर वीडियो वायरल करने और छवि खराब करने के आरोप लगे थे.
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