कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आश्वासन के बावजूद चक्रवात ‘बुलबुल’ से प्रभावित इलाकों के लिए राज्य को केंद्र की तरफ से कोई आर्थिक मदद नहीं मिली है.
ममता ने राज्य विधानसभा में प्रश्न काल के दौरान बोल रहीं थी.
वह पश्चिम बंगाल के तीन तटीय जिलों में चक्रवात ‘बुलबुल’ के कारण हुई तबाही के पैमाने को लेकर पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दे रही थीं.
ममता ने कहा, ‘चक्रवात ‘बुलबुल’ के राज्य से टकराने के एक दिन बाद राज्य की मदद को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से ट्वीट किए जाने के बावजूद हमें केंद्र सरकार से आज तक एक पैसा नहीं मिला है. हालांकि, मदद के लिए गृह मंत्री ने भी ट्वीट किया था.’
मुख्यमंत्री ने कहा कि नुकसान के परिमाण का आकलन करने तीन जिलों के दौरे पर आई केंद्रीय टीम को 23,000 करोड़ रुपये का एक अनुमान दिया गया था लेकिन केंद्र की तरफ से कोई निधि प्राप्त नहीं हुई है.
WB CM Mamata Banerjee in state assembly:A team from Center came for survey after cyclone Bulbul.We haven't received any financial assistance yet.The state has suffered loss of Rs 23811.60Cr &6 people lost their lives. PM had tweeted that financial help will be provided.(file pic) pic.twitter.com/5vyCCinPTU
— ANI (@ANI) December 2, 2019
मुख्यमंत्री ने कहा कि चक्रवात के कारण 14 लाख हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि बर्बाद हुई और प्राकृतिक आपदा में करीब 15 लोगों ने अपनी जान गंवाई.
किसानों की मदद के लिए राज्य के वित्त विभाग से 1,200 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई.
ममता ने कहा कि राज्य सरकार पान के पत्तों की खेती करने वाले प्रत्येक किसान को 5,000 रुपये देगी, जिन्होंने इस चक्रवात में बड़ा नुकसान झेला है.