शहबाज शरीफ के पास पाकिस्तान की राजनीतिक रूप से शक्तिशाली सेना का नेतृत्व करने के लिए एक चुना हुआ वफादार है- लेकिन लेफ्टिनेंट-जनरल असीम मुनीर पीएम के कई कमजोर पक्षों की रक्षा नहीं कर सकते. आर्थिक तंगी सरकार विरोधी भावना को हवा दे रही है. सेना प्रमुखों ने उस हाथ को काट लिया है जिसने उन्हें नियुक्त किया था- अगर शरीफ सरकार की गिरती लोकप्रियता को नहीं संभालते हैं तो भाग्य उनका इंतजार कर रहा है.
अप्रत्याशित परिणामों ने विश्व कप को रोमांचक बना दिया है. कतर के शोर को नजरअंदाज करें, फुटबॉल पर ध्यान दें
सऊदी अरब ने विश्व कप फुटबॉल में अर्जेंटीना और जापान को जर्मनी ने हराकर एक बार फिर साबित कर दिया कि खेल में प्रतिष्ठा की परवाह नहीं है. ठीक वैसे ही. अप्रत्याशितता ही टूर्नामेंट को और रोमांचक बना सकती है. इसलिए, कतर के ‘शोर’ को नजरअंदाज करें और फुटबॉल पर ध्यान दें.