साक्ष्य से पता चलता है कि रूसी सैनिकों ने बुच में निहत्थे नागरिकों को मार डाला. टाइप करने के लिए सही है, क्रेमलिन का दावा है कि यह दुष्प्रचार का शिकार है, लेकिन सर्वाइवर का प्रमाण, वीडियो और उपग्रह इमेजिंग साबित होता है. इस युद्ध अपराध की सजा की मांग के लिए दुनिया को एकजुट होना चाहिए. भारत ने इसकी कड़ी निंदा करके अच्छा काम किया है.