रूस और यूक्रेन गुरुवार को उच्चस्तरीय वार्ता शुरू करेंगे, जो युद्ध के बाद पहली है. राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की का कहना है कि यूक्रेन नाटो में शामिल नहीं होगा. रूस का दावा है कि वह उसकी सरकार को नहीं गिराएगा. दोनों देशों के गलत कदमों ने उनके लोगों और दुनिया के लिए पीड़ा का कारण बना. देर से आने वाली बुद्धि का भी स्वागत करना चाहिए.