कर्नाटक के बाद, गोवा में कांग्रेस के विभाजन के साथ एक और राज्य अस्थिर कर दिया गया है, एक ऐसा राज्य जिसने लगातार राजनीतिक जोड़-तोड़ देखे हैं. बीजेपी को उसकी शिकार करने वाली राजनीति के लिए दोषी ठहराना आसान है, लेकिन कांग्रेस विधायकों की सत्ता के लिए बेचैन भूख से पता चलता है कि राजनीतिक विचारधारा कितनी आसानी से बदली जा सकती है.
जयसिंह और ग्रोवर पर सीबीआई की छापेमारी महज संदेश देना है
सीबीआई ने इंदिरा जयसिंह और आनंद ग्रोवर के घरों और कार्यालयों पर ‘विदेशी फंडिंग मानदंडों का उल्लंघन करने’ को लेकर छापे मारे. अगर वाकई उन्होंने दो साल पहले नियम तोड़े थे, तो उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए था. अब उन पर छापा मारना निरर्थक है. हेडलाइन-हथियाने के लिए छापेमारी का मकसद उत्पीड़न करना है, सबूत जुटाना नहीं.